रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited-RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी को लॉकडाउन में बड़ा फायदा हुआ है। वह भारत के इकलौते कारोबारी हैं, जो लॉकडाउन के दौरान अपने कारोबार का जबरदस्त विस्तार करने में कामयाब रहे। उन्होंने न केवल फेसबुक, गूगल जैसे कई दिग्गज निवेशक जुटाए, बल्कि खुद भी कई बड़े कारोबार का अधिग्रहण किया। नतीजा यह रहा कि वह लगातार 13वें साल फोर्ब्स की लिस्ट में भारत के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं।
बीते दस सालों में अंबानी का कारोबारी साम्राज्य जबरदस्त तरीके से बढ़ा है। मुकेश अंबानी की संपत्ति का आंकड़ा जल्द ही सौ अरब डॉलर के पार जा सकता है। फोर्ब्स ने उनकी मौजूदा कुल संपत्ति (नेट वेल्थ) 88.7 अरब डॉलर बताई है। 2010 में यह मात्र 27 अरब डॉलर थी। 2018 में भारत में सालाना औसत वेतन (1,62,744 रुपए) था, लेकिन अंबानी की सालाना आय इससे 72 लाख गुना ज्यादा थी। इस जानकारी का आधार उस साल अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया एक अध्ययन है। 2019 में अंबानी ने 45 लाख डॉलर रोजाना के औसत से संपत्ति अर्जित की। अंबानी की संपत्ति हर मिनट 31,202 डॉलर की दर से बढ़ी। इस साल उनकी दौलत में कुल 16.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ।
सबसे अमीर भारतीयों की फोर्ब्स सूची (2020) में टॉप 10 नाम और उनकी कुल हैसियत (नेट वर्थ) ये बताई गई हैं:

फोर्ब्स का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान तमाम गतिविधियां बंद पड़ी होने के बावजूद धनकुबेरों की संपत्ति बढ़ने का एक कारण मोदी सरकार का कॉरपोरेट टैक्स कम करने का फैसला भी है। बीते साल सरकार ने इसे 35 से कम कर 25 प्रतिशत कर दिया था। इस वजह से कारोबारियों को बड़ी बचत करने और वह पैसा कारोबार बढ़ाने में लगाने का अवसर मिला।
2019 की फोर्ब्स लिस्ट में मुकेश अंबानी की नेट वर्द 51.4 अरब डॉलर ही बताई गई थी। यानि, 2020 की तुलना में 37.3 अरब डॉलर कम।

दूसरी ओर, आम भारतीयों की कमाई का अंदाजा पीएलएफस (पीरियोडिक लेबर फोर्स) सर्वे 2017-18 के इन नतीजों से लगाया जा सकता है।

ब्लूमबर्ग ने मुकेश अंबानी को 80.6 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ हाल ही में दुनिया का चौथा सबसे अमीर शख्स बताया है।

IIFL Hurun India की लिस्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी की संपत्ति में 73 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।