कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना फिर से शुरू होने वाली है। इस योजना की शुरुआत 17 मई से होगी। योजना के तहत आप कम कीमत में गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
17 मई से खरीद सकेंगे: दरअसल, सॉवरेन गोल्ड योजना के तहत सरकार ने मई 2021 से सितंबर 2021 तक छह किश्तों में बॉन्ड जारी करने का फैसला किया है। भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से बॉन्ड जारी करेगा। इसकी पहली किस्त 17 मई से शुरू होगी। मतलब ये कि सॉवरेन गोल्ड योजना के तहत 17 मई से पांच दिनों तक निवेश किया जा सकता है। निवेश के लिए प्रति ग्राम 4,777 रुपये खर्च करने होंगे। (ये पढ़ें—पीएफ अकाउंट के ये हैं 4 बड़े फायदे)
50 रुपये की छूट: केंद्र सरकार ने आरबीआई के साथ सलाह के बाद ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। इनके लिए उन्हें डिजिटल माध्यम से भुगतान करना होगा। आरबीआई ने कहा, ‘‘ऐसे निवेशक गोल्ड बॉन्ड को 4,727 रुपये प्रति ग्राम पर खरीद सकेंगे’’
योजना की शर्तें: ये बॉन्ड बैंकों (लघु वित्त बैंकों और भुगतान बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और एनएसई के अलावा बीएसई जैसे मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों के जरिए बेचे जाएंगे। योजना के तहत आम निवेशक न्यूनतम एक ग्राम सोना और अधिकतम चार किलो ग्राम सोना का निवेश कर सकते हैं।
इसकी निवेश अवधि आठ वर्ष है, जिसमें पांचवे साल के बाद निकलने का विकल्प भी है। इस योजना से जुड़ने के लिए डिजिटल बैंकिंग का सहारा लिया जा सकता है। दरअसल, कई बैंकों के नेट बैंकिंग के जरिए भी आप स्कीम में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए बैंक के नेटबैंकिंग को लॉगिन करना होगा। इसके बाद आपको स्कीम की जरूरी डिटेल देनी होगी।
क्या हैं फायदे: इस योजना के कई फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा सेफ्टी है। अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो उसकी सेफ्टी बड़ी चिंता होती है। चोरी के डर की वजह से लोग लॉकर में गोल्ड रखते हैं। लेकिन सरकार की बॉन्ड योजना के तहत गोल्ड खरीदने का फायदा ये है कि आप वर्चुअली खरीदारी करते हैं। जाहिर सी बात है कि इसमें चोरी जैसी बात नहीं रहेगी। इसी तरह, आप निवेश के बाद सरकार की ओर से रिटर्न ले सकते हैं। इसके अलावा टैक्स सेविंग का भी फायदा मिलता है।