आनंद महिंद्रा की अगुवाई वाले महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव हुआ है। वैसे तो इस बदलाव की घोषणा पहले ही हो गई थी लेकिन अब इसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
अनीष शाह को मिली ये जिम्मेदारी: महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra and Mahindra) ने अनीष शाह (Anish Shah) को अपना प्रबंध निदेशक यानी एमडी और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) बनाया है। अभी वह कंपनी के डिप्युटी एमडी और CFO हैं। वह दो अप्रैल, 2021 से अपना नया पद संभालेंगे। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक शाह महिंद्रा समूह के सभी कारोबार के लिए जिम्मेदार होंगे। उनकी पदोन्नति 20 दिसंबर, 2019 को की गई शीर्ष प्रबंधन में बदलाव की घोषणा का हिस्सा है।
अपनी नयी भूमिका में शाह महिंद्रा समूह मसलन टेक महिंद्रा, महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज और महिंद्रा होलिडेज एंड रिजॉर्ट्स इंडिया का पूरा कारोबार देखेंगे। इस पद पर अनीष शाह का कार्यकाल 31 मार्च 2025 तक होगा।
वह आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) के बाद कंपनी के पहले पेशेवर एमडी और सीईओ हो जाएंगे। अनीष शाह जीई कैपिटल इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ भी रह चुके हैं। अनीष शाह बैंक ऑफ अमेरिका के यूएस डेबिट प्रोडक्ट्स बिजनेस का नेतृत्व कर चुके हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि उसके मौजूदा प्रबंध निदेशक (MD) और CEO पवन गोयनका अपने मौजूदा पद और एमएंडएम के निदेशक मंडल से दो अप्रैल, 2021 से रिटायर होंगे। आपको बता दें कि पवन गोयनका ने ये जिम्मेदारी 2020 में संभाली थी।
आनंद महिंद्रा की क्या है भूमिका: फिलहाल, आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ग्रुप के चेयरमैन हैं। दरअसल, बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों को ध्यान में रखकर बीते साल आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने खुद को इस पद से अलग करने का ऐलान किया था लेकिन कंपनी के निदेशक मंडल ने एक साल अतिरिक्त सेवा की अपील की थी।
कंपनी के निदेशक मंडल ने एकमत से आनंद महिंद्रा से 11 नवंबर 2021 तक चेयरमैन पद पर बने रहने का आग्रह किया था। बता दें कि आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) को एक अप्रैल 2020 से चेयरमैन का पद छोड़ना था। हालांकि सेबी ने इस दिशानिर्देश के अनुपालन की समयसीमा एक अप्रैल 2020 से बढ़ाकर अप्रैल 2022 कर दी है।