LPG Cylinder Price Hike on New Year: नए साल 2023 के पहले ही दिन देश को महंगाई (Inflation) का झटका लगा है। एक जनवरी 2023 से कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर (Commercial LPG Cylinder) के दाम बढ़ गए हैं। एक जनवरी से पेट्रोलियम कंपनियों (Petroliam Companies) ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में 25 रुपये तक की बढ़ोतरी की है। सिलेंडर के दामों में दिल्ली से लेकर कोलकाता और चेन्नई तक बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (Domestic LPG Cylinder) के दामों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। आपको बता दें कि हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोलियम कंपनियां रसोई गैस सिलेंडर की नई कीमतें निर्धारित करती हैं।
Congress ने कसा तंज
कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने हमला बोला है। कांग्रेस ने केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘ देश के लोगों को यह केंद्र सरकार की ओर से “नए साल का तोहफा है।” कमर्शियल गैस सिलेंडर अब 25 रुपए महंगा हुआ है। यह तो शुरुआत है।’
Commercial Cylinders के दामों में 25 रुपये की बढ़ोतरी
कमर्शियल गैस सिलेंडर के उपभोक्ताओं को अब 19 किलो के रसोई गैस के प्रति सिलेंडर के लिए 25 रुपये अधिक चुकाने होंगे। कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में हुई बढ़ोतरी से रेस्तरां प्रभावित होंगे और इसका असर परोक्ष रूप से उपभोक्ताओं पर भी पड़ेगा। गैस के दाम बढ़ने की वजह से अब आपको बाहर से खाना ऑर्डर करना अधिक महंगा हो जाएगा। दाम में बढ़ोतरी के बाद कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम दिल्ली में 1,768 रुपये, मुंबई में 1,721 रुपये, कोलकाता में 1,870 रुपये और चेन्नई में 1,917 रुपये हो जाएंगे।
2014 के बाद से Gas Cylinder की कीमतों में भारी बढ़ोतरी
साल 2014 के बाद गैस की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। साल 2014 में जो गैस सिलिंडर 410 रुपये में मिल जाता था, उसकी कीमत बढ़कर अब 1,000 रुपये से अधिक हो गया है। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से लेकर अब तक फ्यूल की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ईंधन के दामों में बढ़ोतरी की वजह से आवश्यक वस्तुओं के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद से मध्यम वर्गीय परिवारों के रसोई बजट पर काफी असर पड़ा है।
विपक्षी दलों ने की Centre की आलोचना
ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में पूछे जाने पर सरकार ने कई मौकों पर कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय दरों की ओर इशारा किया है। विपक्ष अब सवाल कर रहा है कि अब दरों में कटौती क्यों नहीं की गई जबकि अंतरराष्ट्रीय दरें गिर गई हैं। बीते सालों में देश में रसोई गैस की कीमतों में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि देखी गई है, जिससे घरेलू बजट प्रभावित हुआ है और विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है।