भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की परिसंपत्तियां बढ़कर 31.11 लाख करोड़ रुपये हो गयी। इसमें सबसे अहम योगदान व्यक्तिगत कारोबार के तहत उसकी 32 बीमा योजनाओं का है। कंपनी ने रविवार को अपने स्थापना दिवस के मौके पर एक बयान में बताया कि कारोबार वृद्धि से जुलाई 2019 के अंत तक उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 73.1 प्रतिशत हो गयी। बयान में कहा गया है कि कंपनी ने 1956 में पांच करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी से कारोबार शुरू किया था। अब उसकी परिसंपत्तियां 31,11,847.28 करोड़ रुपये से अधिक हैं जिसमें से 28,28,320.12 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां जीवन बीमा से जुड़ी हैं।
वर्ष 1956 में एलआईसी ने 168 कार्यालयों से काम शुरू किया था। वर्तमान में उसके 4,851 से अधिक कार्यालय हैं। कंपनी के पास एक लाख से अधिक कर्मचारी, 11.79 लाख एजेंट और 29.09 करोड़ से अधिक पॉलिसियां हैं। वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी ने पहले साल के प्रीमियम के आधार पर नए कारोबार में 5.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने कुछ वक्त पहले नवजीवन नाम से एक प्लान लॉन्च किया था। यह एक प्रॉफिट एंडावमेंट एश्योरेंस के साथ नॉन-लिंक्ड प्लान है। यानी इस योजना (प्लान संख्या-853) में जीवन सुरक्षा की सुविधा देने के साथ ठीक-ठाक बचत भी हो जाती है। ऊपर से पॉलिसीधारक को टैक्स में छूट, मैच्योरिटी बेनिफिट से लेकर डेश इंश्योरेंस तक का लाभ भी मिलता है। यही नहीं, पॉलिसी धारक को इस प्लान के तहत प्रीमियम एकमुश्त या फिर सीमित (पांच साल का समयकाल) तरीके से चुकाने का विकल्प मिलता है। अच्छी बात है कि इसे ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है।
भाषा के इनपुट के साथ।