पिछले कुछ महीनों से विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में जमकर बिकवाली कर रहे हैं। इस कारण भारतीय शेयर बाजार लगातार मंदी का माहौल बना हुआ है, लेकिन इस बीच एफआईआई कुछ स्टॉक्स में अभी भी खरीदारी कर रहे हैं। ऐसा ही एक स्टॉक है दीपक नाइट्राइट, जिसने पिछले कुछ सालों निवेशकों को दमदार रिटर्न दिया है।
बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर जारी लेटेस्ट शेयर होल्डिंग के आंकड़ों के मुताबिक, 30 जून को दीपक नाइट्राइट में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 9.07 फीसदी हो गई है, जो कि पिछली तिमाही यानी 31 मार्च,2022 को 8.76 फीसदी थी। दूसरी तरफ भारत के सबसे बड़े निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने भी इस दौरान कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 3.64 फीसदी से बढ़ाकर 4.64 फीसदी कर दी है। वहीं, म्यूचुअल फंड ने इस कंपनी में हिस्सेदारी 5.85 से घटाकर 5.39 फीसदी कर दी है।
पांच सालों में 10 गुना रिटर्न: शेयर ने पिछले 5 सालों के दौरान निवेशकों को बेहतरीन 10 गुना यानी 1000 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, समान अवधि में सेंसेक्स ने निवेशकों को 1.73 फीसदी का रिटर्न दिया है। कोरोना के दौरान बाजार में आई गिरावट के बाद शेयर ने निवेशकों का जमकर मुनाफा कराया था। कोरोना महामारी की शुरुआत में 20 मार्च, 2022 को शेयर का भाव 377 रुपए था जो बुल रन के दौरान 8 गुना बढ़कर अक्टूबर 2021 में अपने सबसे उच्चतम स्तर 3020 पर पहुंच गया था।
मंदी में भी टूटा शेयर: इस साल की शुरुआत से शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल है। इस दौरान इस शेयर से निवेशकों का भी भरोसा कम हुआ है। इस साल से 8 जुलाई तक शेयर का भाव 29 फीसदी गिरकर 1771 रुपए पर आ गया है।
क्या करती है कंपनी: दीपक नाइट्राइट भारत की सबसे बड़ी केमिकल कंपनियों में से एक है। कंपनी 100 से अधिक केमिकल उत्पादों का निर्माण करती है। इसमें बल्क एंड कमोडिटी केमिकल, फाइन एंड स्पेशियलिटी केमिकल और ऑप्टिकल ब्राइटनर एजेंट का उत्पादन करती हैं। इसके साथ ही कंपनी की पूरे भारत में केमिकल उत्पादन के लिए कई इकाइयां हैं।