महंगी स्पोर्ट्स कार बनाने वाली इटली की कंपनी लंबोरगिनी को भारतीय बाजार में बिक्री दहाई अंक में पहुंचने की उम्मीद है। पहली पीढ़ी के उद्यमियों जैसे नये ग्राहकों के आने तथा छोटे शहरों से आ रही मांग को देखते हुए कंपनी यह उम्मीद कर रही है। कंपनी ने पिछले साल 55 कारें बेची और आने वाले वर्षों में इसमें उल्लेखनीय विस्तार की उम्मीद है। भारत में इस खंड में कंपनी की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत है।

लंबोरगिनी इंडिया के प्रमुख शरद अग्रवाल ने कहा, ‘ग्राहकों के संदर्भ में भारत में सुपर स्पोर्ट्स लक्जरी कार में बदलाव देखा जा रहा है। पहले, इसका उपयोग दूसरी या तीसरी पीढ़ी के उद्यमी करते थे लेकिन आज पहली पीढ़ी के उद्यमी भी इन कारों को खरीद रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, हम देख रहे हैं कि मांग केवल महानगरों से नहीं बल्कि आगरा, भुवनेश्वर तथा कोच्चि जैसे छोटे शहरों से भी आ रही है। यह भारतीय बाजार की संभावना को बताता है।’

कंपनी नए ग्राहक तैयार करने के लिए महिलाओं पर भी ध्यान दे रही है। लंबोरगिनी को इस खंड में 400 एचपी से ऊपर की दो करोड़ रुपए या उससे अधिक की कार के मामले में फेरारी जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी हुराकैन तथा एवेंटाडोर ब्रांड से स्पोर्ट्स कारों की बिक्री कर रही है। इसकी कीमत 3.07 करोड़ से 6.2 करोड़ रुपए (एक्श-शोरूम दिल्ली) के बीच है।

अग्रवाल ने कहा, ‘यह हमारे लिए प्रमुख बाजार है। हम अपने नेटवर्क के विस्तार के लिए निवेश कर रहे हैं। साथ ही ग्राहकों तक पहुंच के लिए प्रयास किया जा रहा है। हम दहाई अंक में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। इटली की कंपनी ने 2015 में 3,251 वाहन बेचे थे। 1,000 इकाई के साथ अमेरिका शीर्ष बाजार रहा।