विश्व की सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता, लाफार्जहोल्सिम लिमिटेड ने सोमवार (11 जुलाई) को कहा कि वह लाफार्ज इंडिया में अपनी हिस्सेदारी निरमा लिमिटेड को बेचेगी। इस सौदे के लिए लाफार्ज इंडिया का मूल्य 1.4 अरब डालर आंका गया है। लाफार्ज इंडिया के देश में तीन सीमेंट कारखाने और दो ग्राइंडिंग स्टेशन है जिनकी कुल सालाना क्षमता 1.1 करोड़ टन है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘लाफार्जहोल्सिम ने घोषणा करती है कि उसने लाफार्ज इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए नीरमा लि. के साथ समझौता किया है जिसके लिए उपक्रम का मूल्य 1.4 अरब डॉलर आंका गया है।’ लाफार्ज इंडिया देश की प्रमुख रेडीमिक्स कांक्रीट विनिर्माता भी है। बयान में कहा गया है, ‘विनिवेश से मिलने वाली राशि का उपयोग रिण कम करने के लिए किया जाएगा।’
लाफार्जहोल्सिम भारत में अपनी अनुषंगियों एसीसी तथा अंबुजा के जरिए कारोबार करती रहेगी। इन अनुषंगियों की रखेगी जिनकी संयुक्त सीमेंट उत्पाद क्षमता छह करोड़ टन है और देश भार में इनका वितरण नेटवर्क है। लाफार्जहोल्सिम ने कहा है, ‘यह समझौता उसके 3.56 अरब डॉलर के विनिवेश कार्यक्रम का अंग है।’
मुख्य कार्यकारी एरिक ओल्सेन ने कहा, ‘इस सौदे के साथ विनिवेश कार्यक्र्रम का दो तिहाई कार्य पूरा हो जाएगा और शेष हिस्से पर काम चल रहा है। हमें भरोसा है कि इस साल के अंत तक अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे।’ इस सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी मिलनी बाकी है। कंपनी अपने विनिवेश कार्यक्रम में दक्षिण कोरिया की कंपनी बेच चुकी है और सउदी अरब की इकाई में अपनी अल्पांश हिस्सेदारी बेचने का सौदा कर चुकी है।