Ladli Behna Yojana 24vi kist kab aayegi: देशभर में राज्य सरकारें महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए कई तरह की सरकारी योजनाएं चला रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के तहत एमपी की महिलाओं को हर महीने 1250 रुपये की किस्त मिलती है। यह पैसा डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) मोड द्वारा सीधे महिलाओं के खाते में भेजा जाता है। पिछले महीने लाड़ली बहना योजना की 23वीं किस्त को 16 अप्रैल को सीएम मोहन यादव ने जारी किया था। इससे पहले हर महीने की 10 तारीख को लाड़ली बहनों को इस योजना का पैसा मिलता था। अब 1.2 करोड़ लाभार्थियों को लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त का इंतजार है और अब इसकी रिलीज डेट का पता चल गया है।
लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त इस दिन होगी रिलीज
लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त 15 मई 2025 को जारी की जाएगी। बता दें कि सीधी जिले के मंझौली में लाड़ली बहना योजना सम्मेंलन इसी दिन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान एमपी के सीएम मोहन यादव लाड़ली बहनों से सीथ संवाद भी करेंगे। सीएम DBT मोड के जरिए राज्य की 1.2 करोड़ लाभार्थियों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करेंगे। गौर करने वाली बात है कि अभी तक इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त आज, महिलाओं को मिलेंगे 1250 रुपये
लाड़ली बहना योजना: किस्त जारी होने पर ऐसे चेक करें स्टेटस
-सबसे पहले मुख्यमंत्री लाड़ली बहन योजना की ऑफिशियल वेबसाइट cmladlibahna.mp.gov.in पर जाएं।
-इसके बाद होमपेज पर दिख रहे ‘आवेदन एवं भुगतान’ की स्थिति पर क्लिक करें।
-अब पहले से रजिस्टर्ड महिला लाभार्थियों को लॉग-इन करना होगा। इसके लिए लाड़ली बहना आवेदन संख्या या सदस्य समग्र संख्या मांगी जाएगी। -लाड़ली बहना योजना के साथ लिंक मोबाइल नंबर पर OTP भी भेजा जाएगा।
-लॉग-इन करने के लिए लाड़ली बहना एप्लीकेशन नंबर या सदस्य समग्र संख्या, कैप्चा कोड भरकर OTP मंगाएं।
-मोबाइल नंबर पर मिले OTP को भरकर ‘खोजें विकल्प’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपकी स्क्रीन पर ‘आवेदन और किस्त की स्थिति’ का विवरण नजर आएगा।
-इस तरीके से आप आसानी से यह पता कर सकते हैं कि आपके खाते में लाड़ली बहना योजना की किस्त आई है या नहीं।
लाड़ली बहना योजना: किसे मिलता है फायदा
-महिला मध्यप्रदेश की स्थायी निवासी हो।
-शादीशुदा, विधवा, तलाकशुदा और अकेली महिलाओं को भी इस योजना का फायदा मिलता है।
1 जनवरी को उनकी उम्र 21 साल पूरी हो चुकी हो और 60 साल से कम हो।
लाड़ली बहना योजना: किसे नहीं मिलेगा फायदा?
-लाड़ली बहना योजना का लाभ उन महिलाओं को नहीं मिलेगा
-जिनकी या उनके परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से ज्यादा है।
-जिनके या उनके परिवार के कोई सदस्य इनकम टैक्स देते हैं।
-जिनके परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में है (स्थायी, संविदा या पेंशन पाने वाला)।
-जो खुद किसी और सरकारी योजना से हर महीने 1250 रुपये या उससे ज्यादा की राशि पा रही हैं।
-जिनके परिवार में कोई वर्तमान या पूर्व सांसद या विधायक हो।
-जिनके परिवार का कोई सदस्य सरकारी बोर्ड, निगम, मण्डल आदि का अध्यक्ष, संचालक या सदस्य हो।
-जिनके परिवार में कोई स्थानीय निकाय का चुना हुआ जनप्रतिनिधि हो (पंच और उपसरपंच को छोड़कर)।
-जिनके परिवार के पास कुल 5 एकड़ से ज्यादा खेती की जमीन हो।
-जिनके परिवार के नाम पर कोई चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) रजिस्टर्ड हो।
लाडली बहना योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
-योजना हेतु आवेदन पोर्टल/ मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भरे जा सकेंगे। इस हेतु निम्नानुसार प्रक्रिया निर्धारित की जाती है
-ऑनलाइन आवेदन करने हेतु आवेदिकाओं के द्वारा पूर्व से ही ”आवेदन हेतु आवश्यक जानकारी का प्रपत्र” भरने की सुविधा होगी। उक्त प्रपत्र कैम्प/ ग्राम पंचायत/ वार्ड कार्यालय/ आंगनवाडी केन्द्र में उपलब्ध होंगे।
-उक्त भरे प्रपत्र की प्रविष्टी कैम्प/ वार्ड/ ग्राम पंचायत/ वार्ड कार्यालय में नियत कैम्प प्रभारी द्वारा ऑनलाइन की जायेगी एवं सफलतापूर्वक दर्ज प्रत्येक आवेदन की प्रिंटेड रीसिप्ट दी जाएगी। यह रसीद एसएमएस/ व्हाटसऐप द्वारा आवेदक को प्राप्त होगी। इस प्रक्रिया में आंगनवाडी कार्यकर्ता सहयोग करेंगी।
-आवेदन पत्र भरने की सम्पूर्ण प्रक्रिया निःशुल्क होगी।
गेमचेंजर है एमपी की लाड़की बहना योजना
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने 15 मार्च 2023 को लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की थी। और एमपी विधानसभा चुनाव में यह बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित ही। पहले इस योजना में हर महीने 1000 रुपये मिलते थे जिसे बाद में बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया। आपको बता दें कि 2023 के बाद से नए रजिस्ट्रेशन इस योजना के नहीं हुए हैं और सरकार ने दोबारा रजिस्ट्रेशन शुरू करने से जुड़ी कोई जानकारी भी नहीं दी है। कई ऐसे नामों को भी योजना से हटाया गया है जो योजना के पात्र नहीं थे।