आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला इन दिनों वोडाफोन-आइडिया को लेकर काफी चर्चित हैं। बुधवार को ही उन्होंने वोडाफोन-आइडिया के चेयरमैन का पद छोड़ा है। कुमार मंगलम बिरला वोडाफोन और आइडिया के विलय के बाद बनी नई कंपनी वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड के अगस्त 2018 में चेयरमैन चुने गए थे।
2016 में रिलायंस जियो के आने के बाद वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेलुलर कारोबारी संकट का सामने कर रही थीं। इसको देखते हुए दोनों कंपनियों ने साथ होने का फैसला लिया और 2018 में इसको मूर्त रूप दिया गया। इस विलय के बाद भी वोडाफोन-आइडिया की कारोबारी स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं हो पाई। एडजेस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) संबंधी बकाया सामने आने के बाद कंपनी कैश की किल्लत का सामना करने लगी। वोडाफोन आइडिया को लगातार घाटा हो रहा है। हालांकि, इस दौरान कुमार मंगलम बिरला की संपत्ति में इजाफा रहा है। आज हम कुमार मंगलम बिरला की वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन बनने के बाद संपत्ति में आए बदलाव और कुल संपत्ति के बारे में बताने जा रहे हैं।
मार्च 2018 में अमीरों की लिस्ट में 127वीं रैंक पर थे बिरला: फोर्ब्स की बिलेनियर्स लिस्ट के मुताबिक, मार्च 2018 में कुमार मंगलम बिरला की कुल नेटवर्थ 11.8 अरब डॉलर थी। उस समय वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 127वीं रैंक पर थे। इसी साल बिरला वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के चेयरमैन बने थे। हालांकि, अगले साल यानी मार्च 2019 में बिरला की नेटवर्थ मामूली सी गिरावट के साथ 11.3 अरब डॉलर पर पहुंच गई थी।
2020 में आई भारी गिरावट: वोडाफोन आइडिया में कुमार मंगलम बिरला की 27 फीसदी हिस्सेदारी है। पिछले साल भारी-भरकम एजीआर बकाए के बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आ गई थी। इसका असर बिरला की नेटवर्थ पर भी पड़ा। अप्रैल 2019 में बिरला की कुल नेटवर्थ घटकर 7.6 अरब डॉलर रह गई थी। हालांकि, बिरला ग्रुप के अन्य कारोबार के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत अप्रैल 2021 में बिरला की नेटवर्थ बढ़कर 12.8 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
संपत्ति बढ़ी लेकिन रैंक घटी: फोर्ब्स के अनुसार, इस समय कुमार मंगलम बिरला की कुल नेटवर्थ 13.9 अरब डॉलर है। दुनिया के अमीरों की लिस्ट में बिरला 157वीं रैंक पर हैं। मार्च 2018 से अब तक कुमार मंगलम बिरला की कुल नेटवर्थ बढ़ी है लेकिन उनकी रैंकिंग में गिरावट आई है। इसका प्रमुख कारण यह है कि दुनिया के अन्य अमीरों की संपत्ति में ज्यादा इजाफा हुआ है।
इन कारोबारों से होती है बिरला की कमाई: वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के अलावा कुमार मंगलम बिरला की कमाई सीमेंट, एल्युमिनियम और वित्तीय सेवाओं से जुड़े कारोबारों से भी होती है। 1995 में पिता आदित्य बिरला की मौत के बाद कुमार मंगलम बिरला ने 28 साल की उम्र में आदित्य बिरला ग्रुप की कमान संभाली थी। 2020 में बिरला भारत के अमीरों की लिस्ट में 14वीं रैंक पर थे।
1857 में हुई थी बिरला ग्रुप की स्थापना: बिरला ग्रुप की स्थापना 1857 में सेठ शिव नारायण बिरला ने की थी। आज बिरला ग्रुप विभिन्न सब्सिडियरी के जरिए एग्रीबिजनेस, कार्बन ब्लैक, सीमेंट, कैमिकल्स, फाइनेंस, माइनिंग, मेटल, रिटेल, टैक्सटाइल समेत विभिन्न प्रकार के कारोबार करता है। बिरला ग्रुप की सब्सिडियरी में ग्रॉसिम इंडस्ट्रीज, वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल, डॉमस्जो फैब्रिकर, एसेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड प्रमुख हैं।