एटीएम फ्रॉड के जरिए बैंक खाते में जमा पूरी राशि ही साफ होने के मामले अकसर सामने आते हैं। कई बार एटीएम से कैश निकासी करते वक्त हमारी लापरवाही भी धोखाधड़ी को आमंत्रित करने का कारण बनती है। ऐसे में यह जरूरी है कि एटीएम से ट्रांजेक्शन के दौरान हम पूरी तरह से सचेत रहें और आसपास की गतिविधियों पर नजर रखें। भारतीय स्टेट बैंक ने एटीएम फ्रॉड से बचने के 10 तरीके साझा किए हैं। आइए जानते हैं, कैसे आप एटीएम फ्रॉड से खुद को आसानी से बचा सकते हैं…

एटीएम से कैश निकासी के समय अपने हाथ से कीपैड को ढक कर रखें ताकि पीछे खड़ा कोई शख्स आपकी ऐक्टिविटी को रीड न कर सके।

किसी से भी अपने एटीएम के पिन नंबर या फिर कार्ड की अन्य डिटेल को साझा न करें।

कार्ड पर कभी अपना पिन नंबर न लिखें।

कार्ड की डिटेल या फिर पिन नंबर की जानकारी मांगने वाले फोन कॉल्स और मेसेज का रिप्लाई न करें।

अपने एटीएम पिन के तौर पर कभी बर्थडे, फोन या फिर अकाउंट नंबर के कुछ डिजिट का इस्तेमाल कभी न करें। फ्रॉड करने वाले इनके जरिए आसानी से धोखाधड़ी कर ले जाते हैं।

अपनी ट्रांजेक्शन स्लिप को फाड़ दें या फिर एटीएम से दूर कहीं और फेंकें।

अपनी ट्रांजेक्शन से पहले यह देख लें कि आसपास कोई स्पाई कैमरा तो नहीं लगा है।

एटीएम और पीओएस मशीनों के जरिए हीट मैपिंग और कीपैड मैनिपुलेशन की घटनाओं को लेकर सतर्क रहें।

आपके पीछे से कोई झांककर आपका पिन नंबर न देख रहा हो। इसका हमेशा ख्याल रखें और पीछे खड़े शख्स से दूरी बनाएं।

अपने मोबाइल पर ट्रांजेक्शन अलर्ट हमेशा चेक करें। कई बार हम समय पर मेसेज नहीं देखते हैं औऱ तब तक काफी देर हो चुकी होती है।

गौरतलब है कि एसबीआई ने अब एटीएम ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी की सुविधा शुरू की है। इसके तहत यदि आप एटीएम से कैश निकालने जाते हैं तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में एक ओटीपी आएगा। एटीएम में उसे दर्ज करने के बाद ही कैश की निकासी की जा सकती है।