कोरोना काल में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और टीवी एंकर रवीश कुमार ने सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर पेंशन फंड के भरोसे लोग कितने दिनों तक गुजारा करेंगे। अपने टीवी कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 2 करोड़ लोगों की नौकरी गई है, जिनमें से 81 लाख लोग जुलाई और अगस्त महीने में ही बेरोजगार हुए हैं। सेंटर फ़ॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के सर्वे का हवाला देते हुए रवीश कुमार ने कहा कि नौकरियां गंवाने वाले ये सभी लोग नियमित सैलरी पर काम करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि यह सोचने की बात है कि आखिर इन लोगों का जीवन पेंशन फंड के जरिए कब तक चलेगा?
बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्रोविडेंट फंड की निकासी के नियम आसान किए थे और कोरोना को कारण बताने पर महज एक सप्ताह के भीतर ही रकम निकालने का प्रावधान किया था। बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए रवीश कुमार ने फेसबुक पर भी लिखा है। उन्होंने लिखा, ‘ हमें पता नहीं कि इन दो करोड़ लोगों का जीवन कैसे चल रहा है? क्या किसी ने किराया न दे पाने के कारण शहर बदला या मकान बदला है? क्या कोई है जिसे कुछ बेचना पड़ा है? क्या कोई ऐसा है जो बच्चों की फ़ीस नहीं दे पा रहा हो? कोई अंदाज़ा नहीं है।’
नौकरियां छिनने के दर्द को लेकर उन्होंने कहा कि 2 करोड़ लिखने से लगता है कि इस संख्या का कोई चेहरा नहीं है। क्या ऐसे लोग अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर लिखते होंगे? क्या उन्हें नींद आती होगी? जिनकी नौकरी गई है वे टीवी पर क्या देखते होंगे? मीडिया से बारे में क्या सोचते होंगे?
यही नहीं अपने कार्यक्रम में रवीश कुमार ने मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ देश भर में नौकरियां जा रही हैं तो इस दौरान टीवी चैनलों पर सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर झूठ का पहाड़ खड़ा किया जा रहा है। गौरतलब है कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी अर्थव्यवस्था में तेजी का माहौल नहीं दिख रहा है। उल्टे जुलाई और अगस्त में बड़ी संख्या में नौकरियां जाने से संकट और गहरा गया है।
