IRCTC Indian Railways: भारतीय रेलवे ने जल्द ही कैटरिंग से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाने के संकेत दिए है। शनिवार (29 जून, 2019) को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध ने पश्चिमी और मध्य रेलवे के अधिकारियों संग मीटिंग भी की। मीटिंग में जल्द से जल्द कैटरिंग से जुड़े मुद्दों को निपटाने पर जोर दिया गया। दरअसल IRCTC द्वारा संचालित बेस किचन में कई प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों के लिए खाना बनाया जाता है। रेलमंत्री ने मीटिंग में इन्हीं बेस किचन से लाइव फीड देने का इंतजाम जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया है। इसके जरिए यात्रियों को पता चल सकेगा कि उनका खाना कैसा बनता या कितनी हाइजीन रखी गई है।
खास बात है कि बेस किचन से पैक होने वाले खाने पर ज्लद ही क्यूआर कोड देखने को मिलेगा, जिसके जरिए यात्रियों को अपने खाने से जुड़ी सभी जानकारियां मिल जाएंगी। जानकारी के मुताबिक यात्रियों को यह भी पता चल सकेगा कि उनका खाना किस बेच किचन में बना और कितने बजे पैक किया गया। खाने का वास्तविक दाम किया है इसकी जानकारी भी क्यूआर कोड स्कैन करने पर मिल जाएगी। रेल मंत्री ने अधिकारियों संग मीटिंग में आगे कहा कि नो-बिल, नो-पेमेंट के निर्देश मेटल शीट पर प्रिंट करके जल्द से ट्रेनों में लगाए जाएं। नो-बिल, नो-पेमेंट योजना सबसे पहले मुंबई रेलवे में शुरू की गई।
बता दें कि भारतीय रेलवे ने विभिन्न प्रकार की सेवाओं के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन जारी की हैं। रेलमंत्री ने निर्देश दिया है कि अब अधिक सुरक्षा के लिए आरपीएफ की हेल्पलाइन 182 और अन्य सेवा के लिए एक ही हेल्पलाइन होनी चाहिए। इससे यात्रियों को सुगमता होगी। रेल मंत्री के निर्देश पर बिजली की बचत और उत्तम रोशनी के लिए भी स्टेशनों पर लगी लाइटों को एलईडी लाइटों से बदला जा रहा है। गोयल ने चरणबद्ध तरीके से सभी रेलवे स्टेशनों की लाइटें जल्द से जल्द बदलने का निर्देश दिया है।