IRCTC: यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने एक नई योजना शुरू की है। अब यात्रियों को अपनी ट्रेन पकड़ने से पहले बोर्डिंग स्टेशन को बदलने की चिंता करने की जरुरत नहीं करनी होगी। अब लोग ट्रेन छूटने से चार घंटे पहले अपना बोर्डिंग स्टेशन बदल सकेंगे। यानी पैंसेंजर चार्ट तैयार होने से पहले आपके पास मौका होगा कि आप किसी और स्टेशन से अपनी ट्रेन पकड़ सकें। इस नए नियम का फायदा ना सिर्फ जनरल कोटे के तहत रिजर्वेशन कराने वालों को मिलेगा बल्कि तत्काल कोटे के तहत टिकट बुक कराने वाले भी ट्रेन का बोर्डिंग प्वाइंट बदल सकेंगे। हाल के दिनों में आई दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक इस सुविधा को एक मई से पूरे भारतीय रेल नेटवर्क में लागू किया जाएगा। मौजूदा मानदंडों के अनुसार, यात्री ट्रेन के प्रस्थान से 24 घंटे पहले तक अपने बोर्डिंग स्टेशनों को बदल सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि किसी यात्री ने गोरखपुर और दिल्ली के बीच यात्रा के लिए टिकट बुक किया है और बाद में बोर्डिंग स्टेशन बदलकर लखनऊ से ट्रेन में चढ़ा है, तो गोरखपुर और लखनऊ के बीच का किराया वापस नहीं किया जाएगा। हालांकि अगर यात्री बोर्डिंग स्टेशन को बदलने के बाद लखनऊ के बजाए गोरखपुर से यात्रा करना चाहता है, तो यात्री ट्रेन में बर्थ खाली होने पर ही इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। वरना यात्री को यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। वास्तव में, बोर्डिंग में बदलाव करने पर, खाली बर्थ दूसरे यात्री को आवंटित किया जा सकता है। इस नई प्रणाली को लागू करने के लिए, रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलवे कार्यालयों को एक समान बनाने का निर्देश दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक यात्री अपने बोर्डिंग स्टेशन को ऑनलाइन बदल सकते हैं। आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन) की आधिकारिक वेबसाइट के साथ-साथ रेलवे टिकट काउंटरों के अलावा, रेलवे इंक्वायरी नंबर facility 139 ’पर बोर्डिंग स्टेशन बदलने की सुविधा होगी। इसके लिए सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) ने टिकटिंग सिस्टम को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
