देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ में निवेश की उम्मीद लगाए बैठे निवेशकों का इंतजार जल्द खत्म हो होने जा रहा है। बता दें, कि सरकार ने एलआईसी के आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास एलआईसी आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर का मसौदा जमा करा दिया है। अब सेबी को मंजूरी के बाद मार्च में एलआईसी का आईपीओ बाजार में आ सकता है।
दुनिया की बड़ी बीमा कंपनियों में शामिल एलआईसी
सेबी के पास जमा कराए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021 तक एलआईसी के पास 507 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है। जो इसे दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी बनाता है। दिसंबर 2020 के आंकड़ों के मुताबिक संपत्ति के लिहाज से दुनिया में चीन की इंश्योरेंस कंपनी पिंग एन इंश्योरेंस 1.38 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है। इसके बाद जर्मनी की एलायंज एसई 1.27 ट्रिलियन डॉलर और फ्रांस की एक्सा एसए के पास 965 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। जबकि अमेरिका की मेटलाइफ आईएनसी, जापान की निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस, ब्रिटेन की अवीवा पीएलसी और चीन लाइफ इंश्योरेंस के पास क्रमशः 795, 705, 657 और 616 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ
एलआईसी का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ होने जा रहा है। सेबी को जमा कराए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक सरकार आने वाले आईपीओ में एलआईसी के 10 रुपये फेस वैल्यू के 316,249,885 शेयर बाजार में बेचेगी। जो कि एलआईसी की कुल इक्विटी का 5 फीसदी हिस्सा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार इस आईपीओ के जरिए 65 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
एलआईसी पर देश का भरोसा
एलआईसी देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। जब भी देश में बीमा की बात आती है तो लोगों के दिमाग में सबसे पहले एलआईसी का ही नाम आता है। इसी कारण न्यू बिजनेस प्रीमियम में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 61.6 फीसदी है। देशभर में एलआईसी के 11.48 लाख बीमा एजेंट और 2048 शाखाएं मौजूद हैं। वर्तमान में एलआईसी के पॉलिसीधारकों की संख्या लगभग 29 करोड़ है।