Investment Planning: वित्त मंत्रालय द्वारा हर तीन महीने पर छोटी बचत स्कीम के लिए ब्याज दर का ऐलान किया जाता है। पिछली कई तिमाही से इन बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर में बदलाव नहीं हुआ है। अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में आखिरी बार इन छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर का ऐलान किया गया था। पिछले करीब 2 साल से हाई रेपो रेट होने के चलते इन डिपॉजिट स्कीम, FDs में निवेशकों को फायदा मिलता रहा है। बैंक एफडी से तुलना करें तो पोस्ट ऑफिस एफडी में टॉप बैंक की एफडी जितना या बेहतर रिटर्न मिलता रहा है।
पोस्ट-ऑफिस सेविंग्स स्कीम में निवेशकों को 8.2 प्रतिशत तक ब्याज दर के साथ कई विकल्प मिलते हैं। अधिकतर पोस्ट ऑफिस स्कीम में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत कई टैक्स बेनिफिट्स भी मिलते हैं। हालांकि, हमारी सलाह है कि निवेश का कोई भी फैसला लेने से पहले पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम के टैक्स से जुड़ी पूरी जानकारी ले लेंगे। आज हम बात करेंगे तीन ऐसी छोटी सरकारी बचत योजनाओं के बारे में जिनमें आकर्षक ब्याज दर के साथ ही टैक्स में छूट भी मिलती है।
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड: Public Provident Fund
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है जिसके जरिए निवेशक सरकारी बचत स्कीम में अपना पैसा लगा सकते हैं। पीपीएफ में फिक्स्ड रिटर्न के साथ ही टैक्स में छूट भी मिलती है।
पीपीएफ में ब्याज दर (PPF interest rate): पीपीएफ में फिलहाल 7.1 प्रतिशत सालाना ब्याज दर ऑफर की जाती है।
टैक्स बेनिफिट: पीपीएफ EEE कैटेगिरी में आता है जिसका मतलब है कि आपका डिपॉजिट टैक्स फ्री है और इस पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री रहता है। पीपीएफ में मैच्योरिटी अमाउंट पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है। 1.5 लाख रुपये तक के सालाना निवेश को इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत क्लेम किया जा सकता है।
पीपीएफ में 15 साल के लिए निवेश किया जा सकता है। लेकिन मैच्योरिटी के बाद 5 साल के लिए अवधि और बढ़आई जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना: Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना, भारत सरकार की एक स्कीम है जिसे खासतौर पर बच्चियों के वित्तीय भविष्य को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया गया था। स्कीम के तहत, न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये के साथ अकाउंट खोला जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि अकाउंट स्कीम में जमा रकम पर सालाना 8.2 प्रतिशत ब्याज मिलता है। यह अकाउंट खुलने की तारीख से 21 साल तक वैलिड होता है और अधिकतम 15 साल तक इसमें पैसे जमा किए जा सकते हैं।
10 साल से कम उम्र की किसी भी बच्ची के अभिभावक द्वारा इस स्कीम में खाता खुलवाया जा सकता है। एक बच्ची के लिए ेक अकाउंट खोलने की परमिशन ही है। लेकिन एक परिवार में दो बेटियां हैं, तो दो अकाउंट खोलने की अनुमति है।
पोस्ट ऑफिस एफडी: Post Office FDs
पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) अभी भी जमाकर्ताओं को आकर्षक ब्याज दर ऑफर करते हैं। एक साल के डिपॉजिट पर सालाना 6.9%, दो साल की जमा पर 7%, तीन साल की जमा पर 7.1% और पांच साल की जमा पर 7.5% का हाई रिटर्न मिलता है।
पोस्ट ऑफिस एफडी गारंटीड रिटर्न सुनिश्चित करते हैं, जिससे वे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बन जाते हैं। एफडी अवधि की बात करें तो फ्लेक्सिबिलिटी भी मिलती है, जिससे किसी व्यक्ति को अपने फाइनेंशियल गोल के हिसाब से टर्म सिलेक्ट करने की आजादी मिलती है। अन्य एफडी की तरह, पांच साल की सावधि जमा आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर कटौती के लिए योग्य है।