देश की सबसे किफायती एयरलाइन इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने गुरुवार को कहा कि अब उनका ध्यान अब खुद को मजबूत करने, असर कारण का विश्लेषण और फिर से वापसी करने पर है।

बता दें कि ऑपरेशन संबंधी दिक्कतों के चलते इस महीने की शुरुआत में इंडिगो की हजारों उड़ानें रद्द हुईं जिससे एयरपोर्ट पर लाखों यात्रियों को असुविधा और परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सीईओ एल्बर्स ने कर्मचारियों को एक वीडियो संदेश में कहा कि इंडिगो का ध्यान ऑपरेशन के स्थिर होने के बाद अब कंपनी को फिर से खड़ा करने पर है।

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इंडिगो अपडेट

कंपनी के बोर्ड ने सही कारण का विश्लेषण करने के लिए एक बाहरी विमानन एक्सपर्ट को भी नियुक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘9 दिसंबर को मैंने इंडिगो के ऑपरेशन में स्थिरता आने की जानकारी शेयर की थी। उसके बाद, आज (गुरुवार को) हमने अपने नेटवर्क को 2,200 उड़ानों के साथ बहाल किया। अब हम 3 चीजों कंपनी को मजबूत करने, मूल कारण का विश्लेषण करने और फिर से वापसी करने ध्यान दे रहे हैं।’

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दिक्कतों को समझने की कोशिश

एल्बर्स ने कहा कि वह नेतृत्व दल के साथ कई स्थानों की यात्रा करेंगे ताकि कर्मचारियों से मिल सकें और व्यवधानों के दौरान उन्हें जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, उन्हें समझ सकें।

ये वे कर्मचारी हैं जिन्होंने कामकाज में बड़ी रुकावट के दौरान जमीनी स्तर पर काम किया था। पायलट के ‘ड्यूटी’ के समय एवं आराम संबंधी नए नियमों को लागू करने में विफलता और कर्मचारियों की कमी के कारण इंडिगो ने 1 से 9 दिसंबर के बीच हजारों उड़ानें रद्द कर थी। ये नियम 1 नवंबर से लागू किए गए थे।

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की समिति भी इंडिगो में ऑपरेशन संबंधी दिक्कतों की जांच कर रही है। इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने के बाद सरकार ने इंडिगो के मौजूदा शीतकालीन कार्यक्रम (शेड्यूल) में 10% की कटौती कर दी है।

भाषा के इनपुट के साथ