अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दो दिन पहले Monster.com ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक भारतीय महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 25 फीसदी कम कमाती हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय पुरुष की औसत एक घंटे की कमाई 345.80 रुपये है वहीं महिलाओं की कमाई केवल 259.8 रुपये है। रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में जेंडर गैप दो फीसदी की कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार देश की 68.5 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि महिलाओं के साथ भेदभाव आज भी एक चिंता का विषय है।

सर्वे में उल्लेख किया गया है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में जेंडर गैप सबसे ज्यादा (29.9 फीसदी) है। वहीं आईटी सेक्टर में ये (25.8 फीसदी) है। Monster.com के प्रबंध निदेशक संजय मोदी ने कहा कि भारत में औसत लिंग वेतन अंतर एक चुनौती है। इस समस्या से लड़ना एक चुनौती है। मोदी ने आगे कहा कि महिलाओं को आगे लाने के लिए ठोस कदम उठाने की सख्त जरुरत है। महिलाओं के विकास के लिए कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और निर्णय लेने के अधिकार देने होंगे।

सर्वे में कहा गया है कि 62.4 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि उनके मुकाबले पुरुषों को ज्यादा अधिकार मिलते हैं। महिलाएं मानती हैं कि पुरुषों को उनके मुकाबले ज्यादा आजादी मिलती है। घर वाले उन्हें ज्यादा मौके देते हैं ना कि महिलाओं को। सर्वे में 97.2 फीसदी महिलाएं ऐसी थी जो 1 से 10 साल तक काम कर रही हैं या काम कर चुकी हैं। सर्वे में सामने आया कि 13.1 फीसदी की महिलाएं बच्चे की सही देखभाल ना मिलने की वजह से नौकरी छोड़ देती हैं। वहीं बच्चे की देखभाल उनकी नौकरी करने में सबसे बड़ी बाधा है।

सर्वे को कई भागों में बांटा गया था जैसे कि कार्यस्थल, विकास और सुरक्षा मापदंड आदी। इस सर्वे को Paycheck.in के साथ किया गया था। Monster.com ने ये सर्वे 2000 महिलाओं पर किया है। इस सर्वे में 15 फीसदी दिल्ली और एनसीआर की महिलाएं थी वहीं 12 फीसदी मुंबई और बेंग्लुरु की। जबकि सर्वे में 35 फीसदी महिलाएं नॉन मेट्रो शहरों से थी। 78.1 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि नौकरी को चुनते समय सुरक्षा उनके लिए अहम मुद्दा है। सुरक्षा को 62.7 फीसदी महिलाएं का कहना कि वो जिस संस्था ने काम करती हैं उन्हें शोर्ट टर्म सेल्फ डिफेंस क्लास लगानी चाहिए।