भारत का शेयर बाजार ऑल टाइम हाई पर है। जहां शुक्रवार को सेंसेक्स 52641 अंक को पार कर गया था। वहीं दूसरी ओर निफ्टी ने भी 15800 के लेवल को क्रॉस कर लिया। अगर भारतीय शेयर की दुनिया के बाकी बाजारों से तुलना करें तो सेंसेक्स और निफ्टी दुनिया के बाकी बाजारों के मुकाबले सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले सूचकांक हैं। दोनों ही सूचकांकों ने बीते एक साल में 55 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है। जबकि दुनिया के बाकी बाजार डाउ जोंस, कोस्पी, शंघाई कंपोजिट, बोवेस्पो आदि ने रिटर्न देने के मामले में 50 फीसदी का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं।
शुरुआत निफ्टी से करें तो बीते एक साल में निफ्टी का रिकॉर्ड काफी शानदार देखने को मिला है। आंकड़ों पर गौर करें तो निफ्टी एक साल में 58.42 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। जबकि बीते एक महीने में निफ्टी 1100 से ज्यादा अंक ऊपर चढ़ा और 7.5 फीसदी का रिटर्न दिया। अगर बात मौजूदा साल यानी कैलेंडर ईयर 2021 की करें तो निफ्टी 12.70 फीसदी का रिटर्न दे चुकी है। 1780.85 अंकों की बढ़त हासिल की है। वहीं दूसरी ओर सेंसेक्स ने बीते एक साल में 55.34 फीसदी का रिटर्न दिया है।
बीते एक साल में इन बाजारों का प्रदर्शन : वहीं बात दुनिया के दूसरे बाजारों की बात करें तो निफ्टी के बाद कोरियाई बाजार कोस्पी ने बीते एक साल में सबसे ज्यादा 49.27 फीसदी का रिटर्न दिया है। उसके बाद ब्राजिलियन बाजार बोवेस्पा ने 39.47 फीसदी का रिटर्न दिया है। डाउ जोंस 34.55 फीसदी, डैक्स 31.33 फीसदी, निक्कई 29.78, शंघाई कंपोजिट 23.62 फीसदी, जबकि लंदन के एफटीएसई ने मात्र 17 फीसदी का ही रिटर्न दिया है।
कैसा है मौजूदा साल : मौजूदा साल की बात करें तो निफ्टी से भी अच्छा प्रदर्शन डैक्स का रहा है। इस साल जर्मनी शेयर बाजार के डैक्स इंडेक्स ने 14 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया। जबकि निफ्टी का रिटर्न 12.70 फीसदी का देखने को मिला। कोस्पी ने 10.35, डाउ जोंस का 12.65 फीसदी रहा है। जबकि बाकी बाजारों ने इस 10 फीसदी से कम ही रिटर्न दिया है।
बीते एक महीने में प्रदर्शन : बीते एक महीने में दुनिया के बाकी बाजारों के मुकाबले निफ्टी दूसरा सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। निफ्टी ने 7.50 फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि सबसे अच्छा प्रदर्शन बोवेस्पा का देखने को मिला है। जिसने 8.13 फीसदी का रिटर्न दिया है। शंघाई कंपोजिट ने भी 5 फीसदी से ज्यादा रिटर्न एक महीने में दिया है। कोस्पी 1.24 फीसदी, डॉउ जोंस 0.28 फीसदी, डैक्स 3.58 फीसदी, एफटीएसई 1.85 फीसदी और निक्केई ने 2.85 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला है।
क्या कहते हैं जानकार : शेयर बाजार एक्सपर्ट संदीप जैन का कहना है कि बीते एक साल में रूरल ने पूरे देश की इकोनॉमी को संभाले रखा है। एग्रीकल्चर ग्रोथ में काफी तेजी देखने को मिली है। वहीं दूसरी इस दौरान विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों पर भरोसा देखा जा रहा है। लगातार निवेश से बाजार को मजबूती मिल रही है। वहीं भारत की सरकार ने दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले लिक्विडिटी पर ज्यादा काम किया है। जिसकी वजह से बाजार को लगातार सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।