IRCTC: आईआरसीटी (IRCTC) अब ट्रेनें भी चलाएगी इसके लिए भारतीय रेलवे निजी कंपनियों को ठेका देने की तैयारी में है। ट्रेनों का संचालन कम भीड़ और पयर्टन से जुड़े रूटों पर होगा। रेलवे बोर्ड के दस्तावेजों के मुताबिक अगले 100 दिनों में इसके लिए ठेका देने की प्रक्रिया शुरू होगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अगर सबकुछ योजना के मुताबिक रहा तो प्रयोग के तौर पर शुरुआत में रेलवे आईआरसीटीसी को दो ट्रेनों के संचालन की जिम्मेदारी देगा। टिकट और ऑन बोर्ड सेवा आईआरसीटीसी द्वारा दी जाएगी और इसके बदले रेलवे को एक मुश्त राशि प्राप्त होगी। ये ट्रेनें ‘कम भीड़ और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल’ पर संचालित की जाएंगी। हालांकि यह कौन-कौन से रूट और पर्यटन स्थल होंगे इसका फैसला रेलवे ही करेगा। माना जा रहा है कि यह ट्रेनें स्वर्णिम चतुर्भुज और बड़े शहरों का सफर तय करेंगी। इसके अलावा रेलवे ट्रेन के रेकों की जिम्मेदारी भी आईआरसीटीसी को ही देगी।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव द्वारा रेलवे के टॉप अधिकारियों को मंगलवार को पत्र लिखकर इसके बारे में जानकादी भी दी गई है। रेलवे प्राइवेट कंपनियों को इच्छा जाहिर करने का मौका देगी ताकि पता लगाया जा सके रात-दिन चलने वाली इन ट्रेनों के लिए कौन-कौन सी कंपनियां इच्छुक हैं। निजी कंपनियों को ठेका से पहले ट्रेड यूनियनों से परामर्श किया जाएगा।
इसके साथ ही रेलवे यात्रियों से बड़े स्तर पर सब्सिडी छोड़ने की अपील करने की तैयारी में है। इसके लिए रेल टिकट खरीदते और बुक करते समय सब्सिडी छोड़ने की अपील की जाएगी। हालांकि पैसेंजर के पास यह विकल्प होगा कि वह सब्सिडी छोड़े या फिर न छोड़े। सब्सिडी छोड़ने की अपील उज्जवला योजना की तरह ही की जाएगी। बता दें कि उज्जवला योजना में मोदी सरकार ने लोगों से गैस सिलिंडर में मिलने वाली सब्सिडी को छोड़ने की अपील की थी जिसका सरकार को व्यापक स्तर पर फायदा मिल रहा है।

