भारत के इक्विटी बेंचमार्क मंगलवार को गिरावट के साथ खुले क्योंकि वित्तीय शेयरों में मुनाफावसूली ने अन्य क्षेत्रों में हुई मामूली बढ़त को बैलेंस कर दिया। इसके बावजूद ब्लू-चिप इंडेक्स लगातार चौथे सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाइयों के करीब बने रहे। 9:31 बजे (IST) तक निफ़्टी (Nifty) 0.24% गिरकर 26,114.4 पर और सेंसेक्स (sensex) 0.26% गिरकर 85,411.54 पर आ गया। 16 में से 11 प्रमुख सेक्टरों ने शुरुआती कारोबार में बढ़त दर्ज की। ब्रॉड मार्केट में स्मॉल-कैप 0.3% गिरे जबकि मिड-कैप 0.2% बढ़े।

हाई वैल्यू वाले वित्तीय शेयर 0.7% टूट गए, जिनमें सबसे बड़ा असर टॉप निजी ऋणदाता HDFC Bank से आया जिसका शेयर 1.3% गिरा। वित्तीय सेक्टर पिछले चार हफ्तों में 2.8% चढ़ा था।

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निफ़्टी और सेंसेक्स ने 14 महीने बाद नई ऊंचाइयां छुईं और सोमवार को क्रमशः 26,325.80 और 86,159.02 के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचकर करीब 0.5% बढ़े, लेकिन मुनाफावसूली के कारण इन बढ़तों को बनाए रखने में संघर्ष करना पड़ा।

रिकॉर्ड स्तरों के आसपास बाज़ार का ठहराव दिखाता है कि निवेशक अमेरिका-भारत व्यापार समझौते और मौजूदा तिमाही में आय उम्मीदों की पूर्ति का इंतजार कर रहे हैं, ताकि मौजूदा रैली को जारी रखा जा सके। दो विश्लेषकों ने ऐसा कहा।

सेंसेक्स के बेहतर प्रदर्शन करने वालों में एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, मारुति समेत अन्य स्टॉक शामिल हैं। शुरुआती कारोबार में कुछ बड़े शेयर तुरंत लाल रंग के निशान पर कारोबार करने लगे। आज के सत्र में प्रमुख पिछड़े एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, अडानी पोर्ट्स थे।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और इटर्नल के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। वहीं एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, इन्फोसिस और बजाज फाइनेंस के शेयर में तेजी रही।

एशियाई बाजारों में, चीन का एसएसई कम्पोजिट गिरावट में रहा जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225 और हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में रहे। अमेरिकी बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,171.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,558.93 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।