भारत की आाजादी के करीब सात दशक बाद देश के कर कानून में ऐतिहासिक परिवर्तन की घड़ी बस कुछ कदम दूर  है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को भारतीय अर्थव्यवस्था में निर्णायक मोड़ माना जा रहा है। “एक देश एक कर” की अवधारणा से प्रेरित जीएसटी को लेकर देश में लम्बी बहसें चली हैं। अभी भी बहुत सारे बुद्धिजीवी और राजनीतिक दल इसे लेकर आशंकित हैं लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार लागू करने जा रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि जीेसटी से देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर बेहतर होगी। तमाम किंतु-परंतु के किनारे रखते हुए आइए हम आपको जीेसटी के लॉन्च से जुड़ी हर जरूरी जानकारी।

 1) जीएसटी क्या है और कब लागू होगा?- भारतीय नागरिकों पर दो तरह के कर (अप्रत्यक्ष कर और प्रत्यक्ष कर) लगाए जाते हैं। आयकर प्रत्यक्ष कर है। बिक्री कर और सेवा कर जैसे कर अप्रत्यक्ष कर हैं। संविधान के 122वें संशोधन अधिनियम (जीएसटी एक्ट 2016) के तहत  देश में सभी वस्तुओं एवं सेवाओं पर लगने वाले सभी तरह के अप्रत्यक्ष करों की जगह केवल एक कर जीएसटी लगेगा। नरेंद्र मोदी सरकार की घोषणा के अनुसार शुक्रवार (30 जून) की रात को 12 बजे जीएसटी जम्मू-कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में लागू हो जाएगा। दुनिया में पहली बार जीएसटी 1954 में फ्रांस में लागू हुआ था। इस समय विश्व के करीब 160 देशों में जीएसटू लागू है। ज्यादातर यूरोपीय देशों में जीएसटी लागू है।

2) जीएसटी लॉन्च कहां होगा और लाइव कैसे देखें?- संसद में जीएसटी लॉन्च के लिए विशेष कार्यक्रम रखा गया है। ये कार्यक्रम शुक्रवार रात 10.45 बजे शुरू होगा और मध्य रात्रि तक जारी रहेगा। दूरदर्शन, लोक सभा टीवी और राज्य सभा टीवी जीएसटी लॉन्च कार्यक्रम का सजीव प्रसारण करेंगे। कई अन्य निजी टीवी चैनल भी जीएसटी लॉन्च का लाइव प्रसारण कर सकते हैं। सभी चैनलों की समाचार वेबसाइटों पर ऑनलाइन जीएसटी लाइव प्रसारण करेंगे। इसके अलावा जनसत्ता डॉट कॉम, इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम इत्यादि जीएसटी लॉन्च का लाइव अपडेट पेश करेंगे।

3) जीएसटी लॉन्च में कौन-कौन शामिल होगा, कौन नहीं होगा?- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप-राष्ट्रपति हामिल अंसारी, मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर, लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, वित्त मंत्री अरुण जेटली, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल, अभिनेता अमिताभ बच्चन, उद्योगपति रतन टाटा इत्यादि गणमान्य व्यक्तियों के इस कार्यक्रम में शामिल होने का अनुमान है। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जीएसटी लॉन्च में नहीं शामिल होंगी। गुरुवार (29 जून) को कांग्रेस ने भी जीएसटी लॉन्च के बहिष्कार की घोषणा की है। कई अन्य विपक्षी दलों ने भी कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

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4) जीएसटी के तहत वस्तुओं एवं सेवाओं पर कितना टैक्स लगेगा?– जीएसटी के तहत टैक्स की चार दरें (5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत) तय की गई हैं। जीएसटी परिषद ने 1211 वस्तुओं और सेवाओं को इन चार वर्गों में विभाजित किया है। मसलन कोयले पर पांच प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा तो लग्जरी गाड़ियों पर 28 प्रतिशत की दर से। 80 जरूरी वस्तुओं और सेवाओं पर कोई कर नहीं लगेगा। अंडा, दूध, किताबें, सब्जियों इत्यादि पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। पेट्रोल और डीजल को जीएसटी से बाहर रखा गया है।

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5) जीएसटी से किसको हो सकती है मुश्किल?- मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि छोटे कारोबारियों को टैक्स रिटर्न्स भरने में मुश्किल आ सकती है। रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा टैक्स ढांचे में छोटे कारोबारियों को केवल 13 टैक्स रिटर्न्स भरने होते थे। जीेएसटी लागू होने के बाद छोटे व्यापारियों को 37 टैक्स रिटर्न्स भरने होंगे। जीएसटी रिटर्न्स भरने के लिए कारोबारियों को अपने कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण भी देना टेढ़ी खीर साबित होगा। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों को भी जीएसटी लागू करने में मुश्किल होगी। कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि विभिन्न विभागों को जीएसटी के बारे में पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं दी जा सकी है। फौरी प्रशिक्षण के आधार पर इन कर्मचारियों को देश का सबसे बड़ा टैक्स सुधार सफल बनाना है। इसके अलावा जीएसटी लागू होने के बाद बिक्री कर विभाग, आबकारी विभाग इत्यादि खत्म हो जाएंगे। इन सभी विभागों और उनके कर्मचारियों का पुनर्संयोजन और नियुक्ति आसान नहीं होगी।