साबुन और डिटर्जेन्ट के विनिर्माण में परीक्षण के लिए पशुओं के इस्तेमाल पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी गयी है। पशुओं के अधिकार के लिए काम करने वाले एक संगठन ने सोमवार को यह जानकारी दी।

इस संदर्भ में पीपुल फार एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स (पेटा) की भारतीय इकाई ने दावा किया है कि उसे आरटीआई के जरिये पर्यावरण मंत्रालय की ‘कमेटी फॉर पर्पज ऑफ कंट्रोल एंड सुपरविजन ऑफ एक्सपेरिमेंट ऑन एनीमल’ (सीपीसीएसईए) द्वारा जारी एक परिपत्र मिला है जिसमें इस तरह की पाबंदी की सूचना है।

संगठन ने कहा है, सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत एक अनुरोध के जरिये, पेटा इंडिया ने हाल में सीपीसीएसईए द्वारा विनिर्माताओं और उद्योग संगठनों को जारी एक परिपत्र प्राप्त किया है जिसमें साबुन और डिटर्जेन्ट की जांच के लिए पशुओं के इस्तेमाल पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगायी गयी है।