जनरल मोटर्स इंडिया अपने बीट डीजल मॉडल की एक लाख से अधिक कारों को बाजार से वापस लेगी। इन कारों का विनिर्माण दिसंबर, 2010 से जुलाई, 2014 के दौरान हुआ है। कंपनी इन कारों के खराब क्लच पैडल लीवर को बदलने के लिए इन्हें वापस मंगा रही है। कंपनी ने कहा है कि वह निरीक्षण करेगी और जरूरी होने पर शेवरले बीट डीजल की 1,01,597 कारों में क्लच पैडल लीवर को बदलेगी।
जनरल मोटर्स ने एक बयान में कहा, कंपनी ने बीट डीजल कार मालिकों को स्वैच्छिक रूप से अपने वाहनों को शेवरले के देश भर में फैले 248 अधिकृत सर्विस सेंटरों पर लाने को कहा है। इन कारों में लगातार इस्तेमाल से क्लच पेडल लीवर के टूटने का अंदेशा है। कंपनी ने कहा कि गुणवत्ता व सावधानी हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।
अगर हमें कोई मुद्दा दिखता है तो हम उसमें जल्द से जल्द सुधार करना चाहेंगे। बयान में कहा गया है कि बीट डीजल के ग्राहक नजदीकी शेवरले डीलरशिप पर अपने वाहनों की जांच और उसमें सुधार के लिए समय भी ले सकते है।
शेवरले के अधिकृत सर्विस सेंटरों पर इस गड़बड़ी को मुफ्त में ठीक किया जाएगा। इससे पहले 2013 में कंपनी के बहुउद्देश्यीय वाहन शेवरले टावेरा की 1.14 लाख इकाइयों को बाजार से वापस मंगाया गया। उस समय इन वाहनों में उत्सर्जन और स्पेसिफिकेशन समस्या को हल करने के लिए वापस लिया गया था।