अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने सोमवार को पिछले महीने अडानी ग्रुप कंपनीज के शेयरों में गिरावट के पीछे कुछ मीडिया घरानों द्वारा लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग करने का कारण बताया। वर्चुअल एनुअन जनरल मीटिंग को संबोधित करते हुए अडानी ने कहा कि हाल ही में, कुछ मीडिया घरानों ने नियामकों के प्रशासनिक कार्यों से संबंधित लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग की। जिसकी वजह से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
पिछले महीने गौतम अडानी द्वारा नियंत्रित कंपनियों के शेयरों में एक ही दिन में 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा की बिकवाली देखने को मिली थी। यह बिकवाली द इकोनॉमिक टाइम्स की उस रिपोर्ट के बाद देखने को मिली थी जिसमें देखने को मिला था कि अडानी ग्रुप की तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के खाते नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड द्वारा फ्रीज कर दिए गए थे। कंपनी ने बाद में रिपोर्ट को “स्पष्ट रूप से गलत” बताया था।
अदानी फर्मों ने उसी दिन कहा था कि उन्हें 14 जून को “रजिस्ट्रार एंड ट्रांसफर एजेंट” से एक ई-मेल प्राप्त हुआ था, जिसमें कहा गया था कि “जिस डीमैट खाते में कंपनी के शेयर रखे गए थे, उसे फ्रीज नहीं किया गया था”। इस बीच, अडानी ने कहा कि कंपनी के छोटे निवेशक इस विकृत कथा से प्रभावित थे।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, हमारे कुछ छोटे निवेशक इस ट्विस्टिड नैरेटिव से प्रभावित हुए थे, जिसमें कुछ टिप्पणीकारों और पत्रकारों का यह अर्थ था कि कंपनियों के पास अपने शेयरधारकों पर नियामक शक्तियां हैं और कंपनियां प्रकटीकरण को मजबूर कर सकती हैं।
आज अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों में गिरावट देखने को मिली है। अडानी टोटल गैस में 1.21 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जबकि अडानी ग्रीन में 1.79 फीसदी, अडानी ट्रांस 0.40 फीसदी, अडानी पॉवर 1.14 फीसदी, अडानी पोर्ट में 1.38 फीसदी और अडानी इंटरप्राइजेज में 0.67 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कंपनियों के शेयरों में और तेजी देखने को मिल सकती है।