वैसे तो गौतम अडानी की कई कंपनियां हैं, जिनके कारोबार का विस्तार हुआ है और वह देश की बड़ी कंपनियों में शुमार हो गई हैं।
इनमें भी अडानी पोर्ट्स ने बीते कुछ सालों में कई कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इस कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी हैं लेकिन उनकी टीम में कई ऐसे धुरंधर शामिल हैं जिन्हें काफी अनुभव है। इन्हीं में से एक भरत सेठ हैं। कंपनी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स में शामिल भरत सेठ के अनुभव के जरिए अडानी पोर्ट्स तरक्की की राह पर तेज गति से आगे बढ़ रही है।
कौन है भरत सेठ: भरत शेठ भारत की प्रमुख शिपिंग कंपनी द ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। फिलहाल, वह अडानी पोर्ट्स् में स्वतंत्र और गैर-कार्यकारी निदेशक के तौर पर जुड़े हैं। भारत के पहले शिपिंग एंटरप्रन्योर्स फैमिली से आने वाले भरत सेठ ने साल 1981 में इस इंडस्ट्रीज को ज्वाइन किया। उन्होंने स्कॉटलैंड से बैचलर आफ साइंस में पढ़ाई की है।
अपने करियर के शुरुआती वर्षों में उन्होंने द ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी में काम किया और शिपिंग के व्यापारिक पहलुओं का अनुभव प्राप्त किया। उन्हें 1989 में कंपनी के बोर्ड में कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल किया गया और 1999 में कंपनी के प्रबंध निदेशक बने। अगस्त 2005 में, उन्हें उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया। (ये पढ़ें—इस तेल का विरोध करते हैं रामदेव)
भरत सेठ द ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ग्रेटशिप (इंडिया) लिमिटेड के अध्यक्ष भी हैं। यह तेल क्षेत्र सेवाओं के कारोबार में काम करती है और भारत में इस तरह की सबसे बड़ी कंपनी है।
उत्तर प्रदेश से आई ये खबर: इस बीच, उत्तर प्रदेश में अडानी समूह के लिए एक अच्छी खबर आई है। दरअसल, नोएडा प्राधिकरण ने अडानी समूह सहित 13 कंपनियों को नोएडा में भूखंडों का आवंटन किया, जिसके तहत कुल 3,870 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस निवेश के जरिए 48,512 लोगों को रोजगार मिलेगा।
इन सभी कंपनियों को नोएडा सेक्टर 80, 145, 140-ए और सेक्टर 151 में भूमि का आवंटन किया जाएगा। आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में अडानी समूह की ही एक कंपनी अडानी ग्रीन ने प्लांट को शुरू किया है। (ये पढ़ें—रामदेव की कंपनी से 13 निवेशकों की शिकायत)
चित्रकूट में 50 मेगावाट क्षमता का सौर बिजली प्लांट चालू किया है। इस कंपनी का उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ 25 साल के लिये बिजली खरीद समझौता है। यह समझौता 3.07 रुपये प्रति यूनिट की दर पर किया गया है।