फैशन के मामले में कभी युवाओं की पहली पसंद रही Forever 21 ने खुद को दिवालिया घोषित किया है। कंपनी ने इसके लिए बैंकरप्सी के लिए फाइल किया है। कंपनी भारी प्रतिस्पर्धा और किराए में बढ़ोतरी के चलते संभल नहीं सकी। अमेरिकी राज्य डेलावेयर के विलमिंगटन में इससे संबंधित पेपर फाइल किए गए हैं, जिसमें 1 अरब से 10 अरब डॉलर के बीच देनदारियों का अनुमान लगाया है। कंपनी अब एशिया और यूरोप में अधिकतर इंटरनेशनल फैशन शॉप से अपने हाथ खींचने की योजना पर भी काम कर रही है। हालांकि मैक्सिको और लेटिन अमेरिका में Forever 21 अपनी फ्रेंचाइजी का संचालन जारी रखेगी। इससे पहले एक अंग्रेजी अखबार ने 28 अगस्त को रिपोर्ट दी कि कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है और बैंकरप्सी की तैयारी कर रही है। इसके दिवालिया होने के चलते अमेरिकी मॉल में इसकी चैन के मालिकों पर खासा असर पड़ सकता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी दुनियाभर में अपने 178 स्टोर बंद करने जा रही है। एसोसिएडेट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक Forever 21 ने Chapter 11 bankruptcy protection के लिए फाइल किया है। कंपनी के बयान के मुताबिक वह अमरिका में कुछ अंतर्राष्ट्रीय स्टोर्स के वैल्यू बढ़ाने की दिशा में काम करेगी। कंपनी की कार्याकारी उपाध्यक्ष लिंडा चांग ने एक बयान में कहा कि Forever 21 का इरादा अमेरिकी मार्केट छोड़ने का नहीं है इसके अलावा उसके कुछ इंटरनेशनल स्टोर्स इसी तरह संचालित होते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि कंपनी के कभी 57 देशों में 800 स्टोर्स थे। इसकी शुरुआत साल 1984 में हुई जिसने किफायती कीमत में युवाओं को ट्रेंडी और फास्ट फैशन मुहैया कराया। अपने शुरुआती दौर में कंपनी खासी मशहूर हुई, हालांकि पिछले कुछ सालों में युवाओं पसंद बदल गई। अब फास्ट फैशन का चलन कम हो गया और लोग पर्यावरण के अनुकूल और फैब्रिक फैशन को ज्यादा बढ़ावा देने लगे। इससे कंपनी पर सीधा असर पड़ा।
