भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक विभिन्न प्रकार के खाते प्रदान करता है, जहां ग्राहक अपनी गाढ़ी कमाई को बचा सकते हैं और बढ़ा सकते हैं। SBI का बचत प्लस खाता, बैंक द्वारा पेश किया गया ऐसा ही एक उत्पाद है। यह एक बचत बैंक खाता है जो मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट (MOD) खाते से जुड़ा होता है। SBI बचत प्लस खाते में एक लिमिट सेट कर सकते हैं। लिमिट सेट होने के बाद उस लिमिट से ज्यादा पैसा आने पर अपने एक निश्चित राशि को एफडी में ट्रांसफर किया जा सकता है।
1. एसबीआई का बचत खाता किसी भी व्यक्ति द्वारा खोला जा सकता है जो बचत बैंक खाता खोलने के लिए पात्र है।
2. अकाउंट को चलाने का तरीका सिंगल, जॉइंट या किसी और के साथ या उत्तराधिकारी, या दोनों के साथ हो सकता है।
3. एसबीआई के बचत प्लस खाते को बनाए रखने के लिए एक मासिक औसत शेष (एमएबी) की आवश्यकता लागू होती है। मासिक औसत बैलेंस (एमएबी) दिन के सभी अंत (ईओडी) के समापन का योग है जो उस महीने में दिनों की संख्या से विभाजित होता है। खाते में मिनिमम बैलेंस मेट्रो और अर्बन में 3,000 रुपए, सेमी अर्बन में 2,000 रुपए और रूरल में 1,000 रुपए होना चाहिए।
4. SBI के सेविंग प्लस खाते के लिए ब्याज की दर SBI के बचत बैंक खाते के बराबर ही है।
5. SBI सेविंग प्लस अकाउंट में 25,000 रुपए (ग्राहक द्वारा सेट किया गया) छोड़कर बाकी पैसा फिक्स डिपॉजिट में ट्रांसफर किया जा सकता है। फिक्स डिपॉजिट में एक बार में कम से कम 10,000 रुपए या 1,000 रुपए के मल्टीपल में ट्रांसफर किया जा सकता है।
6. इसका मतलब है कि बहु-विकल्प जमा (MOD) खाते के हस्तांतरण के लिए न्यूनतम 35,000 रुपए की सीमा है।
7. जमा की अवधि 1-5 वर्ष है।
8. बचत बैंक खाताधारकों को एटीएम कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, एसएमएस अलर्ट जैसी सभी सुविधाएं एसबीआई बचत प्लस खाते में भी उपलब्ध हैं।
9. बहु-विकल्प जमा पर लोन भी उपलब्ध हैं।
10. ग्राहक अपनी बचत को SBI के बचत प्लस खाते में जोड़ सकते हैं।