बढ़ती महंगाई के बीच आम लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। खाने के तेल की कीमत में 30 रुपए प्रति लीटर की कटौती हुई है। खाद्य तेल की कीमत में कटौती अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी विल्मर ने की है। अडानी की कंपनी ने 30 रुपए प्रति लीटर तेल के दाम में कमी का फैसला सोमवार को हुए वैश्विक कीमतों में गिरावट के कारण लिया है।
30 रुपए प्रति लीटर की कमी की घोषणा के बाद अब 195 रुपए प्रति लीटर तेल की कीमत 165 रुपए प्रति लीटर हो चुकी है। अडानी विल्मर के सोयाबीन तेल में सबसे ज्यादा कमी की गई है। वहीं इससे पहले धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचने वाली मदर डेयरी ने 7 फरवरी को सोयाबीन और चावल की भूसी के तेल की कीमतों में 14 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती की थी।
अब फॉर्च्यून सोयाबीन तेल की कीमत 195 रुपए प्रति लीटर से संशोधित कर 165 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं सूरजमुखी तेल की कीमत 210 रुपए प्रति लीटर से संशोधित कर 199 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। सरसों के तेल का एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) 195 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 190 रुपए प्रति लीटर किया गया है।
फॉर्च्यून राइस ब्रान ऑयल की कीमत 225 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपए प्रति लीटर किया है, जबकि मूंगफली तेल की एमआरपी 220 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपए प्रति लीटर किया गया है। वहीं राग वनस्पति की कीमत 200 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 185 रुपए प्रति लीटर और राग पामोलिन तेल की कीमत 170 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 144 रुपए प्रति लीटर किया गया है।
अदानी विल्मर के एमडी और सीईओ, अंगशु मलिक ने कहा कि हमने अपने उपभोक्ताओं को वैश्विक कीमतों में कमी का लाभ दिया है और नई कीमतों वाले स्टॉक जल्द ही बाजार में पहुंचेंगे। कंपनी ने कहा कि वैश्विक कीमतों में तेज गिरावट के मद्देनजर तेल की कीमतों में भारी कमी आई है। गौरतलब है कि खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेल की कीमतों पर चर्चा करने के लिए 6 जुलाई को एक बैठक बुलाई थी और खाद्य तेल कंपनियों को वैश्विक खाना पकाने के तेल की कीमतों में गिरावट करने के लिए निर्देश दिया था।
अदानी विल्मर देश की सबसे तेजी से बढ़ने वाली एफएमसीजी कंपनियों में से एक है। खाद्य तेलों की एक श्रृंखला के अलावा, इसके प्रसाद में चावल, आटा, चीनी, बेसन, रेडी-टू-कुक खिचड़ी, सोया चंक्स और अन्य सामान बेचती है।