प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईपीएल की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइटराइडर्स के मालिक शाहरुख खान, उनकी पत्नी गौरी खान, जूही चावला और कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस विदेशी मुद्रा प्रबंधन (फेमा) के तहत की धारा 4(1) के तहत भेजे गए हैं। आरोप है कि नाइटराइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, गौरी खान, शाहरुख और जूही चावला ने फेमा के नियमों का उल्लंघन किया है। इन्होंने फेमा के नियमों के विपरीत भारत से बाहर रहने वाले व्यक्ति को शेयर जारी या ट्रांसफर किए हैं।
केकेआर में शाहरुख खान, जूही चावला और उनके पति जय मेहता की हिस्सेदारी है। टीम के संचालन के लिए अलग से कंपनी बना रखी है। साल 2015 में भी ईडी ने शाहरुख खन को नाइटराइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयर्स की बिक्री में अनियमितताओं के आरोप पर शाहरुख खान को पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान शाहरुख खान से तीन घंटे सवाल किए गए। उस समय शाहरुख का बयान भी दर्ज किया गया था।
ईडी का कहना था कि कंपनी ने मॉरिशस आधारित कंपनी को शेयर बेचे हैं। ईडी कोलकाता नाइट राइडर्स से जुड़े दो मामलों में जांच कर रही है। केकेआर की मालिकाना हक वाली कंपनी ने 2009 और 2010 में मॉरिशस की सी आर्इलैंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड को शेयर बेचे थे। ईडी का आरोप है कि इन दोनों मामलों में केकेआर के शेयर्स की कीमत कम रखी गई। ईडी का मानना है कि केकेआर के शेयर वास्तविक मूल्य से आठ से नौ गुना कम कीमत पर बेचे गए।
इस मामले में शाहरुख खान को पहले भी नोटिस जारी किया जा चुका है। बता दें कि राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब पर शेयर्स में गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं। रॉयल्स को तो उसके सहमालिक राज कुंद्रा के स्पॉट फिक्सिंग में शामिल रहने के आरोपों के चलते दो साल के लिए सस्पेंड भी कर दिया गया है।
कोलकाता नाइटराइडर्स आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक है। गौतम गंभीर की कप्तानी में टीम दो बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर चुकी है। आईपीएल के शुरुआती सालों में टीम का प्रदर्शन खराब रहा था। बावजूद इसके केकेआर को खूब कमाई हुई थी और चुनिंदा टीमों में से एक थी जिन्होंने मुनाफा कमाया था।