अगर आपके पास चार पहिया या उससे बड़ा वाहन है तो निश्चित तौर पर आपने भी टोल नाकों पर पेमेंट करने के लिए फास्टैग लगावाया होगा। अभी तक इसे मोबाइल वॉलेट या ई-बैंकिंग द्वारा रिचार्ज किया जाता है। लेकिन एक देसी क्रिप्टो स्टार्टअप ने बिटकॉइन (Bitcoin) के जरिए फास्टैग (Fastag) को रिचार्ज करने की सुविधा शुरू की है।
100 रुपए से 10 हजार तक का रिचार्ज
भारत के सबसे पहले क्रिप्टो स्टार्टअप में से एक यूनोकॉइन (Unocoin) ने हाल ही में एक ब्लॉग पोस्ट में फास्टैग रिचार्ज के बारे में बताया है। पोस्ट के मुताबिक उनके ऐप में एक नया फीचर जोड़ा गया है। इसके तहत यूजर अपने खाते में रखे बिटकॉइन का इस्तेमाल कर फास्टैग को रिचार्ज कर सकते हैं। कंपनी का कहना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहेगा तो भविष्य में बिटकॉइन के अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसी (Cryptos) को भी इसमें शामिल किया जा सकता है।
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कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि यूजर फिलहाल कम से कम 100 रुपये और अधिकतम 10 हजार रुपये के बिटकॉइन का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसके लिए यूनोकॉइन पर खरीदे गए बिटकॉइन के साथ ही अन्य वॉलेट से ट्रांसफर किए गए क्रिप्टो का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
एक जनवरी से अनिवार्य हो चुका है Fastag
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हाईवे पर टोल जमा करने की प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिक बनाने के लिए फास्टैग की शुरुआत की है। इसे इसी साल जनवरी से सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।
कंपनी ने बताया कि वह बिटकॉइन से फास्टैग रिचार्ज करने में सिर्फ मध्यस्थ की भूमिका निभाएगी। कंपनी यूजर के बिटकॉइन को रुपये में बदलकर आगे भुगतान प्रोसेस करेगी। यूजर को इस प्रक्रिया में बिटकॉइन के उस समय के रेट के हिसाब से रुपये मिलेंगे।
Unocoin के 14 लाख यूजर
यूनोकॉइन के संस्थापक सात्विक विश्वनाथ बताते हैं कि अभी उनकी कंपनी के पास करीब 14 लाख यूजर हैं। यूनोकॉइन ने डोमिनोज, कैफे कॉफी डे, बास्किन रॉबिन्स जैसी कंपनियों के साथ भी गठजोड़ किया है। कंपनी अपने यूजर को बिटकॉइन बेचकर इनके बदले गिफ्ट कार्ड्स खरीदने की सुविधा भी दे रही है। इस तरह यूनोकॉइन के यूजर क्रिप्टो से पिज्जा से लेकर कॉफी और आइसक्रीम तक खरीद सकते हैं।