क्रिप्टो की पाठशाला: आज के समय में NFT (Non-Fungible Token) के बारे में काफी सुनने को मिल रहा है। कोई तस्वीर करोड़ों रुपये में बिक जाती है, तो कोई क्रिकेट कार्ड एनएफटी बन जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये NFT क्या है, यहां हम आपको इसी के बारे में जानकारी दे रहे हैं, आइए जानते हैं…
NFT क्या है?
NFT का पूरा नाम Non-Fungible Token है। इसे आसान भाषा में कहें तो ये एक डिजिटल चीज की Ownership का सबूत है।
Fungible vs Non-Fungible: क्या है फर्क?
हम Fungible और Non-Fungible को एक उदाहरण से समझ सकते हैं। जैसे आप ₹100 के नोट को किसी सरे ₹100 के नोट से बदल सकते हैं, दोनों की वैल्यू बराबर है। इसे Fungible कह सकते हैं। Non-Fungible की बात करें तो ताजमहल की एक ही पहचान है, उसे कॉपी नहीं किया जा सकता है। इसे Non-Fungible कह सकते हैं।
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कैसे काम करता है NFT?
यह ब्लॉकचेन पर काम करती हैं, जो एक सुरक्षित और पारदर्शी डिजिटल लेजर है। जब किसी डिजिटल फाइल (गाना, आर्ट, वीडियो आदि) NFT में बदली जाती है तो उसे एक यूनिक कोड मिलता है। यह टोकन आईडी ब्लॉकचेन पर स्टोर होती है और ये साबित करती है कि इसका असली मालिक कौन है।
कहां होता है NFT का इस्तेमाल?
डिजिटल आर्ट (Digital Art)
पेंटिंग, फोटो, डिजाइन को NFT बनाया जा सकता है और इसे बेचा जा सकता है।
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मेटावर्स (Metaverse)
NFT के रूप में वर्चुअल जमीन और घर खरीदे-बेचे जाते हैं।
म्यूजिक एंड वीडियो (Music & Videos)
गाने, शॉर्ट वीडियो NFT के रूप में लॉन्च किया जा सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
– एनएफटी को खरीदना और बेचना काफी रिस्की है, क्योंकि इसकी कीमत डिमांड पर निर्भर करती है।
– यह जरूरी नहीं है कि हर एनएफडी करोड़ों रुपये में बिक जाएं।
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