क्रिप्टो की पाठशाला: वर्ष 2008 में जब दुनिया आर्थिक संकट से जूझ रही थी। तभी इंटरनेट पर Satoshi Nakamoto का नाम सामने आया। यह कोई ग्रुप है या कोई व्यक्ति आज तक इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता। लेकिन इसी ने एक पेपर (Whitepaper) जारी किया, जिसमें लिखा था कि एक नया डिजिटल पैसा, जो बिना बैंक और सरकार के चलेगा। यही बिटकॉइन (Bitcoin) था।

10,000 बिटकॉइन में खरीदा पिज्जा

वर्ष 2009 में पहला बिटकॉइन नेटवर्क शुरू हुआ था लेकिन उस वक्त इसकी कोई कीमत नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2010 में पहली बार किसी ने बिटकॉइन से कुछ खरीदा तो वह 10,000 बिटकॉइन देकर दो पिज्जा था।

आखिर क्या है क्रिप्टोकरेंसी? कैसे करती है काम, आसान भाषा में यहां जानें सबकुछ

आज एक कॉइन मिल रही करोड़ों में!

क्रिप्टो की प्राइस को ट्रेक करने वाली विभिन्न वेबसाइट के मुताबिक, बिटकॉइन की कीमत 22 अगस्त 2025 को 3:16AM तक करीब 9,820,619 रुपये है यानी लगभग एक करोड़ रुपये है। इसमें 24 घंटे में करीब 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है।

कितना है आज बिटकॉइन का मार्केट कैप?

क्रिप्टो की प्राइस को ट्रेक करने वाली विभिन्न वेबसाइट के मुताबिक, बिटकॉइन का मार्केट कैप करीब 195,504,219,453,432 रुपये है। पिछले 14 दिनों में इसमें 4.4% की गिरावट देखने को मिली है। इसमें पिछले 1 महीने में 4.6% की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, पिछले 1 साल में इसमें 90.3% की तेजी आई है।

क्या है Blockchain? आसान भाषा में समझे इसका काम और इस्तेमाल

क्यों है बिटकॉइन खास?

बिटकॉइन एक Decentralized क्रिप्टोकरेंसी है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती। Blockchain पर हर transaction सबको दिखती है।

दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी की जर्नी पर एक नजर

– साल 2009 : बिटकॉइन की कीमत लगभग शून्य थी।

– साल 2010 : $0.01 (1 सेंट) से इसकी गिनती शुरू हुई।

– साल 2017 : पहली बार $1,000 पार कर गया।

– साल 2021: Bitcoin ने करीब $67,000 छुआ।

– आज इसकी कीमत करोड़ तक पहुंच गई है।

[डिस्क्लेमर: ये आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। Jansatta.com अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।]