How to make good credit score: यदि आप किसी जरूरत के लिए कर्ज लेना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर रखें। इस स्कोर के आधार पर ही बैंक यह फैसला लेते हैं कि आपको लोन देना है या नहीं और देना है तो फिर उसकी ब्याज दर क्या होगी। दरअसल ग्राहकों के क्रेडिट स्कोर को जानने के लिए बैंक क्रेडिट ब्यूरो की मदद लेते हैं और उसके आधार पर कस्टमर की कैटिगरी तय करते हैं। आइए जानते हैं कैसे आप अपने क्रेडिट स्कोर को रख सकते हैं बेहतर…
ऐसा करने पर बिगड़ जाएगा क्रेडिट स्कोर: आपके लोन और उसे चुकाने के तरीके के आधार पर क्रेडिट स्कोर में बदलाव होता रहता है। मान लीजिए कि आपने एक लोन लिया है और चाहते हैं कि भविष्य में कोई और लोन लेने पर ब्याज दर न बढ़े तो इसके लिए जरूरी है कि आप नियमित तौर पर किस्तों को अदा करें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक शॉर्ट टर्म लोन में भी यदि आप चूक करते हैं तो फिर आपके क्रेडिट स्कोर पर इसका असर पड़ता है और अगले लोन में बैंक ब्याज दर में इजाफा कर सकता है। आमतौर पर हर तिमाही में बैंकों की ओर से ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है।
क्रेडिट कार्ड में चूक भी पड़ सकती है भारी: यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो यह सुनिश्चित करें कि उसके बकाये की अदायगी समय पर हो। इसके अलावा किसी भी लोन के लिए यह जरूरी है कि आप अपनी आय को ध्यान रखते हुए ही लें।
कैसे मिलेगा क्रेडिट स्कोर का लाभ: मान लीजिए कि आपको होम लेने जा रहे हैं तो फिर बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक और सिंडिकेट बैंक जैसे तमाम संस्थान क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही होम लोन की दर तय करते हैं। यदि आपका क्रेडिट स्कोर 760 है या उससे ऊपर है तो इसे अच्छा माना जाता है और बैंक की ओर से आपको 8.15 पर्सेंट की दर पर लोन दिया जा सकता है। यदि आपका स्कोर 760 से नीचे चला जाता है तो फिर ब्याज की दर 0.25 पर्सेंट बढ़कर 8.40 के लेवल तक जा सकती है।