कैशलेस ट्रांजेक्शन के इस दौर में क्रेडिट कार्ड काफी अहम हो गया है। अकसर हम अपनी सहूलियत और जरूरत के लिहाज से क्रेडिट कार्ड के जरिए ही शॉपिंग करते हैं। लेकिन कई बार हमारा बिल बहुत अधिक हो जाता है और उसके चलते पेमेंट करने में भी दिक्कत आती है। इसी के चलते अकसर समय पर पेमेंट नहीं हो पाती, जो एक बड़ी परेशानी का कारण बनता है। आइए जानते हैं, कैसे क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में बरत सकते हैं सावधानी और कितना जरूरी है वक्त पर पेमेंट करना…
लेट फीस पर लगता है चार्ज: यदि आप समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भर पाते हैं तो आपको उस पर अगली पेमेंट पर लेट फीस देनी पड़ती है। हालांकि आरबीआई ने राहत देते हुए बैंकों को आदेश दिया है कि लेट फीस तभी चार्ज की जाए, जब पेमेंट में तीन दिन से ज्यादा की देरी हुई हो। फिर भी बेहतर यही होगा कि क्रेडिट कार्ड की पेमेंट में कोई चांस न लिया जाए।
बढ़ जाती है ब्याज की दर: यदि आप क्रेडिट कार्ड पर न्यूनतम बकाया राशि को समय पर अदा नहीं करते हैं तो फिर बकाया रकम पर ब्याज की दर भी बढ़ जाती है। यदि समय पर पेमेंट न करने के बाद भी आप क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन जारी रखते हैं तो बढ़ी हुई ब्याज की दर कैश की निकासी और शॉपिंग पर भी लागू हो जाती है।
इंटरेस्ट फ्री पीरियड हो जाता है खत्म: यदि आप समय पर पेमेंट नहीं चुकाते हैं तो फिर कार्ड पर मिलने वाले इंटरेस्ट फ्री पीरियड खत्म हो जाता है। यह समय 20 से 50 दिन तक का होता है, लेकिन यदि आप पेमेंट नहीं करते तो फिर अगली सभी शॉपिंग पर तत्काल ब्याज लगना शुरू हो जाता है और उसे भी पुराने बकाया में बैंक जोड़ लेता है।
क्रेडिट स्कोर पर विपरीत असर: यदि आप अकसर लेट पेमेंट करते हैं तो फिर इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी विपरीत असर पड़ता है। भविष्य में बैंक आपको लोन देने या फिर क्रेडिट कार्ड जारी करने से इसे देखते हुए इनकार कर सकते हैं। बैंक आपकी डिफॉल्ट हिस्ट्री क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों से साझा करते हैं, जो क्रेडिट स्कोर तय करती हैं।
क्रेडिट लिमिट में कमी: क्रेडिट कार्ड की बिल पेमेंट में अकसर देरी करने पर बैंक की ओर से आपकी क्रेडिट लिमिट भी कम की जा सकती है।
सिर्फ मिनिमम चुकाना भी ठीक नहीं: यदि आप हमेशा क्रेडिट कार्ड पर सिर्फ मिनिमम पेमेंट ही चुकाते हैं तो फिर ध्यान रखें कि आपके बकाया पर ब्याज तेजी से लगेगा। असल में आपके मिनिमम अदा करने के बाद भी बकाये पर ब्याज जारी ही रहता है। कई बार यह ब्याज दर 45 पर्सेंट तक पहुंच जाती है। ऐसे में यह ध्यान रखें कि समय पर ही बिल अदा करें और कोशिश करें कि पूरे अमाउंट की पेमेंट करें।