ऑनलाइन शॉपिंग के कारण क्रेडिट कार्ड का चलन तेजी से बढ़ा है. जिनके पास इनकम प्रूफ है उन्हें क्रेडिट कार्ड बड़े आसानी से मिल जाते हैं। क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक और वित्तीय संस्थान उन लोगों के एप्लिकेशन को प्राथमिकता देते हैं। जिनके पास स्थिर और अच्छी सैलरी के होते हैं। क्रेडिट कार्ड के लिए इनकम प्रूफ जरूरी है। अब सवाल ये है जो लोग इनकम प्रूफ जैसे जरूरी डाक्युमेंट्स उपलब्ध नहीं सकते जैसे फ्रीलांसर्स, छात्र, होममेकर्स या रिटायर कर्मी? कई बार ऐसे लोगों को भी क्रेडिट कार्ड की जरूरत पड़ जाती है। इनकम प्रूफ के अभाव में क्रेडिट कार्ड मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता सकता है। अगर आप भी बिना इनकम प्रूफ के क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं तो यहां बताए गए तरीकों को अपनाकर हासिक कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि इन तरीकों के बारे में..

एफडी पर मिल सकता है क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड हासिल करने के लिए आप अपनी एफडी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह के विकल्प में इनकम प्रूफ की जरूरत नहीं होती है। एफडी पर बैंक या वित्तीय संस्थान आसानी से क्रेडिट कार्ड जारी कर देते हैं। इस तरह के क्रेडिट कार्ड को सिक्योर्ड कार्ड कहते हैं। इसमें एफडी को कोलेटेरल के रूप में इस्तेमाल करके क्रेडिट कार्ड पा सकते हैं। इस कार्ड लिमिट एफडी अकाउंट में जमा राशि के 90 फीसदी तक हो सकती है। एफडी पर ब्याज मिलता रहता है, बिलों के भुगतान में देरी या चूक की स्थिति में बैंक बकाया राशि को एफडी से एडजस्ट कर लेता है।

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ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड के लिए कर सकते हैं अप्लाई

पती-पत्नी ऐड-ऑन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ऐसे में प्राइमरी (पति) और सेकेंडरी (पति), दोनों कार्डहोल्डर के लिए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बराबर भागों में बटती है। मिसाल के तौर अगर कार्ड की लिमिट एक लाख रुपये है, तो इस तरह के मामले में पति 50 हजार रुपये तक पेमेंट के लिए इस्तेमाल कर सकता है, इतनी ही राशी पत्नी भी खर्च कर सकती है। अगर कोई पैरेंट्स 18 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए एड-ऑन कार्ड लेना चाहे, तो वह अपने प्राइमरी कार्ड को बदलकर ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड ले सकता है। यह कार्ड पेरेंट्स द्वारा 18 साल से छोटे बच्चों को दिया जाता है। अगर आप इस कार्ड से कोई लोन लेते हैं तो इसकी जिम्मेदारी प्राइमरी क्रेडिट कार्डहोल्डर की होगी। इसे ऐसे समझिए कि माता-पिता अगर अपने बच्चों के लिए ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड लेते हैं। इस ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड से कोई लोन लिया जाता है। इस लोन के भुगतान करने की जिम्मेदारी प्राइमरी कार्डहोल्डर की होती है। इस विकल्प के जरिए बिना इनकम प्रूफ के पत्नी या बच्चे के लिए एड-ऑन कार्ड ले सकते हैं।

सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड

एक सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है जिनके पास फुलटाइम जॉब नहीं है या वे स्व-रोजगार या बिना इनकम प्रूफ वाले लोग हैं। एक सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड हासिल करने के लिए, आपको कोलेटेरल के रूप में फंड जमा करनी होगी। यह राशि क्रेडिट कार्ड के लिए सुरक्षा जमा के रूप में कां करती है। रिपेमेंट वक्त पर न होने या उसमें चूक होने की स्थिति में फंड का इस्तेमाज बकाया राशि के भुगतान में किया जाता है।

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड

अगर आप कॉलेज के छात्र हैं, तो आप विभिन्न बैंकों से क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के पात्र हो सकते हैं। कई बैंक विशेष रूप से छात्रों के लिए डिज़ाइन किए गए क्रेडिट कार्ड पेश करते हैं। अर्हता प्राप्त करने के लिए, छात्रों को आमतौर पर एक ट्रस्ट फंड, वित्तीय संपत्ति या निवेश की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कुछ बैंक उन लोगों को छात्र क्रेडिट कार्ड जारी करना पसंद करते हैं जो पर्याप्त शेष राशि के साथ उनके साथ बैंक खाता रखते हैं, जिससे उनकी रिपेंमेंट कैपेसिटी सुनिश्चित होती है। यह सलाह दी जाती है कि विभिन्न बैंकों में उपलब्ध छात्र क्रेडिट कार्ड ऑफर रिसर्च और कई बैंकों के ऑफर की आपस में तुलना करके अपनी जरूरत के हिसाब से उपयुक्त विकल्प चुन सकते हैं।

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इन बातों का रखें ध्यान मिलेगी मदद

क्रेडिट स्कोर बढ़ा सकते हैं

बिना इनकम प्रूफ के भी, आप अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के उपाय कर सकते हैं। एक बेहतर क्रेडिट प्रोफ़ाइल स्थापित करने से क्रेडिट कार्ड और अन्य वित्तीय उत्पादों के लिए अर्हता हासिल करने की संभावना बढ़ जाती है।

बैंक अकाउंट

बैंक अकाउंट बनाए रखना वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है, जिससे आपके क्रेडिट कार्ड आवेदन को बल मिलता है। यह विशेष रूप से डिफॉल्ट के मामले में क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले वित्तीय संस्थान को एक विश्वसनीय संदर्भ बिंदु प्रदान करता है।

कमाई के सोर्स करें खुलासा

अगर आप फ्रीलांसिंग या अन्य सोर्स से कमाई करते हैं, तो इनकम के सभी स्रो्सेज का खुलासा करना महत्वपूर्ण है। यह आपके क्रेडिट स्कोर में सकारात्मक योगदान देता है, जिससे औपचारिक बिना इनकम प्रूफ के क्रेडिट कार्ड के लिए एलिजिबिलिटी करने की संभावना बढ़ जाती है। क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता वित्तीय जिम्मेदारी के सबूत के रूप में किराया, उपयोगिताओं या फोन बिल जैसे लगातार बिल भुगतान के अपने ट्रैक रिकॉर्ड पर भी विचार कर सकते हैं। आपके कंसिंसटेंट पेमेंट हिस्ट्री और जिम्मेदार वित्तीय रिकॉर्ड को प्रदर्शित करने वाले लेटेस्ट डाक्युमेंट्स बनाए रखने की सलाह दी जाती है।

वक्त पर करें भुगतान

कई कारणों से क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय लोन का वक्त पर भुगतान अत्यंत महत्वपूर्ण है। पेमेंट हिस्ट्री क्रेडिट स्कोर का एक अहम हिस्सा है, जो इसका आकलन करते समय बैंकों द्वारा माना जाने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है। वक्त पर भुगतान वित्तीय जिम्मेदारी और विश्वसनीयता प्रदर्शित करता है, जिससे व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर बढ़ता है। दूसरे, बैंक भविष्य की रिपेमेंट कैपेसिटी के पूर्वानुमानक के रूप में शख्स के रिपेमेंट पैटर्न पर भरोसा करते हैं। वक्त पर रिपेमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड प्रदर्शित करके, आप बैंक या वित्तीय संस्थान को जिम्मेदारी से क्रेडिट प्रबंधित करने की अपनी क्षमता के बारे में आश्वस्त करते हैं, जिससे क्रेडिट कार्ड के लिए अप्रूवल की संभावना बढ़ जाती है।