गौतम अडानी के नेतृत्व वाली अडानी पावर और नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर में दिवालिया हो चुकी कंपनी इंड- भारत के थर्मल पावर प्लांट को खरीदने के लिए को मुकाबला देखने को मिल सकता है।इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पावर सेक्टर की दोनों कंपनियां इस कंपनी को खरीदने में रुचि ले रही हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से देश में ऊर्जा संकट की वजह से पावर सेक्टर में कंपनियां अपने निवेश को लगातार बढ़ा रही हैं इसी क्रम में अडानी पावर ने बीते शुक्रवार को पावर सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी दो कंपनियों का अधिग्रहण किया था।
रिपोर्ट में बताया गया कि इस कंपनी के थर्मल प्लांट को खरीदने के लिए जेपीएल और अडानी पावर ने अपनी अपनी बोलियां जमा करा दी हैं। हालांकि अभी इस बात की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं कि ये सौदा कितने करोड़ का होगा। इंड- भारत के पास तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 150 मेगावॉट का दो थर्मल पावर प्लांट है लेकिन कंपनी की वित्तीय हालत सही ना होने के कारण 2016 से ही बंद पड़े हुए हैं। जानकारी के मुताबिक अगर कोई भी कंपनी इन दोनों प्लांट को खरीदती है तो इन्हें दोबारा से शुरू करने के लिए करीब 75 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा।
कंपनी पर लेनदारों का 2,148 करोड़ रुपए बकाया है जिसमें से 21 फीसदी पंजाब नेशनल बैंक का, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का 18 फीसदी और बाकी बचा कर्ज बैंक ऑफ़ बड़ोदरा एक्सिस बैंक और केनरा बैंक की ओर से दिया गया है।
बता दें, पावर सेक्टर में अडानी ग्रुप ही नहीं भारत की अन्य बड़ी कंपनियां भी भारी मात्रा में निवेश कर रही है। पिछले महीने वेदांता ने 565 करोड़ रुपए में एथेना छत्तीसगढ़ पावर को खरीदा था। खबरें यह भी है कि जिंदल पावर जल्द पावर सेक्टर की एक और दिवाली और कंपनी सिम्हापुरी के 300 करोड़ रुपए में अधिग्रहण की योजना बना रहा है। इसके लिए कंपनी बड़े स्तर पर कार्य कर रही है।
दूसरी तरफ एशिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी सभी सेक्टरों में अपना कारोबार फैला रहे हैं। हाल ही में उन्होंने स्विट्जरलैंड की कंपनी होलसिम से 10.5 बिलियन डॉलर में भारत का सीमेंट कारोबार खरीदा है।