देश में खाने-पीने की चीजों से लेकर ईंधन की कीमतें बढ़ चुकी हैं। हालाकि पिछले ढाई महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं अब मुंबई में 2 अगस्त की आधी रात से कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) और घरेलू पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। यह पांचवीं बार है जब महानगर में सीएनजी और पीएनजी के दाम को बढ़ाया गया है।

महानगर में CNG अब 86 रुपए प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है, जिसमें 6 रुपए की बढ़ोतरी हुई है और वहीं घरेलू पीएनजी अब 52.50 रुपए प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (SCM) पर बिक करा है। इसमें 4 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। गौरतलब है कि पिछली बार 12 जुलाई को पीएनजी की कीमत में बढ़ोतरी हुई थी।

महानगर गैस लिमिटेड (MGL) की एक बयान में कहा गया है कि इनपुट लागत में वृद्धि काफी अधिक है, इस कारण एमजीएल ने इस तरह की बढ़ी हुई गैस लागत की वसूली करने का फैसला किया है। इसी के मद्देनजर MGL CNG के प्राइज में 6 रुपए/किलोग्राम और घरेलू पीएनजी की एमआरपी 4 रुपए/एससीएम तक मुंबई और उसके आसपास के जगहों पर बढ़ाया गया है। यह दो अगस्‍त की मध्‍यरात्रि से ही लागू हैं।

इस बढ़ोतरी के बाद ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियनों ने हैरानी व्यक्त की और कहा कि वे तत्काल राहत के लिए राज्य सरकार से संपर्क करेंगे। मुंबई टैक्सीमेन यूनियन के नेता एएल क्वाड्रोस ने कहा कि टैक्सी और ऑटो रिक्शा चलाना असंभव होगा। हम कल महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों से मिलेंगे और तत्काल किराया वृद्धि की मांग करेंगे।

मुंबई ऑटोरिक्शा मेन्स यूनियन के अध्यक्ष शशांक राव ने कहा, “सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हम महाराष्ट्र सरकार से संपर्क करेंगे और ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों के लिए सीएनजी में सब्सिडी की मांग करेंगे।”

बता दें कि ग्रीन गैस लिमिटेड की ओर से रविवार को लखनऊ और उन्नाव में सीएनजी की कीमत में 5.3 प्रति किलो का इजाफा किया गया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक किलो सीएनजी की कीमत बढ़कर 96.10 रुपए हो गई। वहीं, पेट्रोल 96.57 रुपए प्रतिलीटर और एक लीटर डीजल 89.76 रुपए में पर बिक रहा है।

यूरोप से मांग में वृद्धि और रूस से कम आपूर्ति के बीच प्राकृतिक गैस की हाल ही में बढ़ती वैश्विक कीमतों ने भारत के गैस उद्योग के लिए एक गंभीर चुनौती पेश की है।