चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुए उसकी कंपनियों के 59 ऐप्स पर बैन लगाने के बाद अब सरकार हाईवे प्रोजेक्ट्स से भी चीन को बाहर करने की तैयारी में है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि चीनी कंपनियों को हाईवे प्रोजेक्ट्स में हिस्सेदारी नहीं दी जाएगी। यही नहीं जॉइंट वेंचर्स से भी चीनी कंपनियों को बाहर रखा जाएगा। इस बीच देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने चीनी कंपनी टिकटॉक का सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखने से इनकार कर दिया है। सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वो टिकटॉक की पैरवी करते हुए भारत सरकार के खिलाफ दलीलें नहीं देंगे।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभालने वाले गडकरी ने कहा कि इस सेक्टर में भी चीनी कंपनियों को एंट्री नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि MSME सेक्टर की देश की जीडीपी में 8 पर्सेंट की हिस्सेदारी है और इस अहम सेक्टर में चीनी घुसपैठ नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘हम ऐसे जॉइंट वेंचर्स को सड़क निर्माण का काम नहीं देंगे, जिनमें कोई चीनी कंपनी पार्टनर के तौर पर शामिल हो। हमने यह फैसला लिया है कि यदि चीनी कंपनियां जॉइंट वेंचर के तौर पर भारत में आती हैं तो उन्हें काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’
इस बीच अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने टिकटॉक का शीर्ष अदालत में पक्ष रखने से इनकार करते हुए कहा कि उनके लिए भारत सरकार के खिलाफ दलीलें देना मुश्किल होगा। वहीं भारत में बैन लगने के बाद बाद अब अमेरिका में भी टिकटॉक पर बैन लगाए जाने की मांग की जा रही है। कुछ सांसद इसका समर्थन कर रहे हैं। इन सासंदों ने अमेरिकी सरकार से इस पर विचार करने की अपील की है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि वीडियो शेयर करने वाले ऐप किसी भी देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप को यह कहते हुए प्रतिबंधित कर दिया था कि ये देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए नुकसानदेह हैं।
अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर जॉन कॉर्निन ने द वाशिंगटन पोस्ट में छपी एक खबर को टैग करते हुए अपने ट्वीट में कहा, ‘खूनी झड़प के बाद भारत ने टिकटॉक और दर्जनों चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया।’ वहीं रिपब्लिकन पार्टी के ही एक अन्य सांसद रिक क्रोफोर्ड ने कहा, ‘टिकटॉक को जाना ही चाहिए और इसे तो पहले ही प्रतिबंधित कर देना चाहिए था।’

