चीन के कमजोर आंंकड़ों से वैश्विक मंदी गहराने की आशंका में विदेशी बाजारों में हुई बिकवाली का असर आज घरेलू बाजार पर भी दिखा। सेंसेक्स और निफ्टी पिछले दो दिनों की तेजी खोकर गिरावट पर बंद हुए।
बिकवाली के दबाव में बीच सत्र से पहले तक 400 अंक से अधिक टूटे बीएसई के तीस शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स को टाटा मोटर्स, भेल और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों में हुई मजबूत लिवाली ने और अधिक गिरने से बचाया। कारोबार के अंत तक आते-आते इसके लुढ़कने की रफ्तार पर लगाम लगी और यह 97.41 अंक अर्थात 0.38 प्रतिशत उतरकर 25622.17 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 30.50 अंक प्रतिशत फिसलकर 7800 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 7788.1 अंक पर रहा।
चीन में अगस्त में महंगाई उम्मीद से अधिक बढ़ने लेकिन उत्पादक मूल्य के लगातार 42 वें महीने घटने से अवस्फीति का खतरा बढ़ने से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली से जापान का निक्की 2.51 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसैंग 2.57 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.31 और ब्रिटेन का एफटीएसई ०.25 फसीदी लुढ़क गया जबकि दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1.44 प्रतिशत की मजबूती रही।
इस दौरान एफएमसीजी, ऑटो और कैपिटल गुड्स समूह की 0.92 प्रतिशत तक की तेजी को छोड़कर बीएसई के शेष 10 समूहों पर बिकवाली हावी रही। हेल्थकेयर, बैंकिंग, तेल एवं गैस, पावर, पीएसयू, रियल्टी, आईटी, धातु, टेक और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समूह के शेयर 0.06 प्रतिशत से 1.76 प्रतिश्त तक टूटे।
बीएसई में कुल 2714 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1478 नुकसान में और 1123 फायदे में रहे जबकि 113 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई के निफ्टी में कुल 1423 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 857 गिरावट पर और 494 बढ़त पर रहे जबकि 72 में स्थिरता रही।