कभी देश की मशहूर बैंकर रहीं चंदा कोचर और उनके पति के दीपक वीरेंद्र कोचर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार्जशीट दाखिल की है। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी चंदा कोचर और उनके पति के अलावा एजेंसी ने 9 अन्य लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत का भी नाम शामिल है। चार्जशीट में चंदा कोचर से लेकर वेणुगोपाल धूत तक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है। इससे पहले 7 सितंबर को ईडी ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को अरेस्ट किया था। कभी बैंकर के तौर पर महिला आइकॉन के तौर पर देखे जाने वालीं चंदा कोचर पर लगे आरोप हैरान करने वाले हैं।

कहा जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय को इस मामले से जुड़े दस्तावेजों के 5 ट्रंक मिले हैं। मामले से जुड़े दस्तावेजों को कोर्ट में पेश किया गया है। अभी तक अदालत ने इस मामले में चार्जशीट का संज्ञान नहीं लिया है और मामले की सुनवाई 11 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि जांच में पूरा फोकस वीडियोकॉन ग्रुप को जारी की लोन की राशि पर है कि आखिर उसे कहां और कैसे खर्च किया गया है। इस रकम का ही एक हिस्सा चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनियों के पास गया है।

एक सूत्र ने बताया कि जून 2009 से अक्टूबर 2011 के दौरान आईसीआईसीआई बैंक ने 1,875 करोड़ रुपये के 6 लोन वीडियोकॉन ग्रुप को जारी किए थे। यह एक तरह से आईसीआईसीआई बैंक की पॉलिसी का उल्लंघन था। इस संबंध में ईडी की ओर से कोर्ट में सबूत सौंप दिए गए हैं और मामले की आगे जांच की जा रही है।

प्रतिष्ठित महिला बैंकर रही हैं: चंदा कोचर प्रतिष्ठित वुडरो विल्सन अवॉर्ड हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला रही हैं। उनसे पहले हिलेरी क्लिंटन और कोंडालिजा राइस जैसी बड़ी राजनीतिक हस्तियों को यह सम्मान मिल चुका है। इसके अलावा वह आईसीआईसीआई कम्युनिटी रीच प्रोग्राम के लिए भी चर्चित रही हैं। इस प्रोग्राम के तहत ICICI Digital Village अभियान बैंक ने चलाया था और इसके तहत 11 हजार ग्रामीणों को 17 राज्यों में वोकेशनल ट्रेनिंग दी गई थी। वह एक दौर में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले बैंक सीईओ में से एक रही हैं।