बीते कुछ साल से केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर दे रही है। इसके लिए सरकार ने कई अहम कदम भी उठाए हैंं। अब इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टाटा मोटर्स ने भी अपना प्लान बताया है।

क्या कहा कंपनी ने: टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी ने 2025 तक घरेलू उत्पाद पोर्टफोलियो में 10 नए बैटरी-विद्युत वाहन (बीईवी) पेश करने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि कंपनी आने वाले वक्त में अपने कारोबार के मॉडल को स्वच्छ ऊर्जा वाले वाहनों के दौर के हिसाब से आगे बढ़ाएगी।

टाटा मोटर्स का लक्ष्य स्वच्छ ऊर्जा वाले वाहनों की दुनिया में अग्रणी कंपनी बनना है और इसके तहत वह अपने आने वाले हरित वाहनों के लिए जरूरी चीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के मकसद से सेल और बैटरी विनिर्माताओं से करार की संभावनाएं तलाश रही है।

दो गुनी हो गई हिस्सेदारी: चंद्रशेखरन ने 2020-21 के लिए कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों से कहा, ‘‘भारत में हमारे पोर्टफोलियो में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी इस साल दोगुनी होकर दो प्रतिशत हो गई है और हमें आने वाले साल में तेजी से ग्रोथ की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि टाटा मोटर्स भारतीय बाजार में इस बदलाव का नेतृत्व करेगी।

2025 तक टाटा मोटर्स के पास 10 नए बीईवी वाहन होंगे और एक समूह के रूप में हम देश भर में चार्जिंग बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से निवेश करेंगे।

यूरोप में संभावनाएं तलाश रही कंपनी: उन्होंने बताया कि इसके अलावा टाटा समूह बैटरी की आपूर्ति सुरक्षित करने के लिए भारत और यूरोप में सेल और बैटरी निर्माण में सक्रिय रूप से भागीदारी तलाश रहा है। चंद्रशेखरन ने कहा कि जगुआर लैंड रोवर ने 2036 तक अपने वाहनों में साइलेंसर के रास्ते कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि कंपनी 150 देशों में कारोबार कर रही है और इसमें 7,50,000 कर्मचारी काम कर रहे है।