Royal Enfield की बाइक्स के साथ मॉडिफिकेशन का क्रेज बहुत ही पुराना है। अब तक आपने रॉयल एनफील्ड की कई शानदार मॉडिफिकेशन वाली बाइक्स को देखा होगा, लेकिन आज हम आपको Royal Enfield की मशहूर क्रूजर बाइक Thunderbird के उस अवतार से रूबरू कराएंगे जिसमें तीन पहियों का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावां यह बाइक सीधे चलने के साथ ही रिवर्स मोड यानी की कार की तरह पीछे की तरफ भी ड्राइव की जा सकती है। इस बाइक को खासकर दिव्यांगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
दरअसल, इस बाइक को मॉडिफाई कर तैयार किया है जालंधर के जग्गी कस्टम्स ने, जो कि इस तरह के बाइक मॉडिफिकेशन के प्रोजेक्ट के लिए जाने जाते हैं। यह Thunderbird 500X मॉडल है जिसमें तीन पहियों का प्रयोग किया गया है और इस बाइक को तिपहिया का रूप दिया गया है। दिव्यांगों के लिए यह बाइक किसी सपने के सच होने से कम नहीं है। इस बाइक को बहुत ही आसानी से आगे और पीछे की तरफ ड्राइव किया जा सकता है।
रिवर्स गियर मॉड्यूल: इस बाइक में रिवर्स गियर मॉड्यूल सिस्टम को शामिल किया गया है। हालांकि इसके बारे में जग्गी कस्टम्स ने बताने से इंकार कर दिया है कि उन्होनें इसके लिए कौन सी तकनीक का इस्तेमाल किया है। क्योंकि उन्होनें पहले से ही इस सिस्टम को पेटेंट करवाने के लिए अर्जी डाल रखी है और वो नहीं चाहते हैं कि यह तकनीक कहीं से भी लीक हो। इस बाइक के पिछले हिस्से में रिवर्स गियर सिस्टम का प्रयोग किया गया है, इसको ऑपरेट करने के लिए चालक को बस एक लीवर को खींचना होगा और बाइक पीछे ही तरफ भी चलने लगेगी।
इस मॉडिफिकेशन में बाइक के पिछले हिस्से में ज्यादातर बदलाव किए गए हैं, इसमें स्टॉक टायर के जगह पर कस्टमाइज्ड और बड़े टायर का प्रयोग किया गया है। इस बाइक के पिछले हिस्से में कार के टायर का इस्तेमाल किया गया है, जिसे एक मजबूत एक्सल के माध्यम से जोड़ा गया है। इसके अलावां कुछ कंपोनेंट्स जैसे कि सस्पेंशन, डिस्क ब्रेक और टेल लाइट को स्टॉक मॉडल जैसी ही रखा गया है।
क्या हुआ बड़ा बदलाव: जनसत्ता ने जग्गी कस्टम्स के जग्गी (जिन्होनें यह बाइक तैयार की है) से बात की तो उन्होनें बताया कि, इस बाइक के पिछले हिस्से में 15 इंच के व्हील के साथ 200-75 साइज के टायर का प्रयोग किया गया है। इसके अलावां इस बाइक में बड़े टायर का इस्तेमाल किया गया है तो इसका असर बाइक के माइलेज पर भी पड़ता है। जग्गी के अनुसार बाइक की माइलेज स्टैंडर्ड मॉडल के मुकाबले तकरीबन 5 से 7 किलोमीटर प्रतिलीटर कम हो सकती है।

इस बाइक के आगे और पीछे दोनों पहियों में डिस्क ब्रेक दिया गया है और इसके आगे के व्हील में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) भी दिया गया है। जग्गी के अनुसार ग्राहक की डिमांड पर बाइक के दोनों पहियों में ABS का प्रयोग किया जा सकता है। इस बाइक को मॉडिफाई करने में तकरीबन 7 महीने का समय लगा है।
जहां तक स्पीड की बात है तो इस बाइक को 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया है, लेकिन जग्गी कस्टम्स का निर्देश है कि दिव्यांग लोग इस बाइक को अधिकतम 70 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की स्पीड से ही ड्राइव करें तो बेहतर है। इससे बाइक को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इस बाइक पर होने वाले खर्च के बारे में पूछने पर जग्गी ने बताया कि, यह अलग अलग मॉडल और कस्टमर के डिमांड पर निर्भर करता है। ऐसा मॉडिफिकेशन रॉयल एनफील्ड के सभी मॉडल्स के साथ किया जा सकता है।