Royal Enfield: रॉयल एनफील्ड की स्लिम बुलेट यानी कि इंटरसेप्टर 650सीसी में सुरक्षा के लिहाज से बड़े काम का फीचर मिलता है। यह स्लिपर क्लच कहलाता है, जो कि बाइक चलाने के दौरान एकदम से रफ्तार कम करने और गेयर बदलने की स्थिति में दुर्घटना का शिकार होने से बचाता है। खास बात है कि इस फीचर से गाड़ी के इंजन पर भी खासा जोर नहीं पड़ता है।…तो आइए जानते हैं विस्तार से स्लिपर क्लच के बारे में:

– स्लिपर क्लच को रिवर्स स्टॉक कनवर्टर या फिर बैक टॉर्क लिमिटर के नाम से भी जाना जाता है।

– इंटरसेप्टर 650सीसी के अलावा यह यामाहा की वाईजेडएफ-आर15, केटीएम 390 ड्यूक, केटीएम आरसी 390, बजाज डॉमिनर 400 और टीवीएस अपाचे आरटीआर 200 समेत कई और बाइक्स में दिया जाता है।

– यह एक किस्म का सेफ्टी फीचर है। अनाड़ी लोगों या फिर भारी सीसी वाली बाइक्स पहली बार चलाने वाले बाइकर्स के यह खासा काम आता है।

कैसे करता है काम?: स्लिपर क्लच कैसे काम करता है। यह समझने के लिए मान लीजिए कि एक बाइकर इंटरसेप्टर 650 सीसी को चौथे या फिर पांचवें गेयर पर अधिक रफ्तार के साथ भगा रहा है। बीच में अचानक से वह रफ्तार कम करने के कारण गेयर भी कम कर लेता है। लेकिन उससे क्लच छूटा रह जाता है। ऐसी स्थिति में स्लिपर क्लच इंजन पर रफ्तार के अंतर को मैनेज करता है और उस पर जोर नहीं पड़ने देता है।

यह फीचर न होने पर इंजन करता है शोरः ऑटो एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिन गाड़ियों में ये फीचर नहीं होता है, उनमें ऐसे हालात (अचानक से रफ्तार कम करने) में इंजन बुरी तरह से आवाज करता है। दरअसल, स्लिपर क्लच – क्लच जैसा कटोरा ही होता है, जो कि क्लच के भीतर फिट होता है। यह इंजन को उतनी रोटेशन देता है, जितनी उसे उस दौरान चाहिए होती है।