Royal Enfield Interceptor 650’s Registration in RTO: रॉयल एनफील्ड की स्लिम बुलेट यानी कि इंटरसेप्टर 650 सीसी के रजिस्ट्रेशन में दिक्कत आ रही है। केरल में रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आरटीओ) ने बीते दिनों एक बाइक का रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया था। शंकर थेक्केदत्त नाम के इंटरेप्टर मालिक ने इसके बाद फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी परेशानी साझा की। उन्होंने बताया कि आरटीओ ने उनकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन करने से साफ इन्कार कर दिया था।
यह दिक्कत क्यों आई? दरअसल, कंपनी इंटरसेप्टर में एक तरफ लेडीज हैंडलबार (बैकसीट पर बैठने के दौरान सहारे के लिए पकड़ने वाला हैंडल) देती है। दूसरी तरफ हैंडलबार गाड़ी के मालिक को खुद लगवाना होता है। शंकर ने इस बारे में रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 एंड कॉन्टिनेंटल जीटी 650 के फेसबुक पेज पर जाकर पोस्ट किया था।
उसमें उन्होंने लिखा था, “मेरी बाइक का रजिस्ट्रेशन करने से इसलिए मना कर दिया गया था, क्योंकि उसमें एक तरफ लेडीज हैंडलबार नहीं था। पर आरई के शोरूम में मैंने जो फॉर्म साइन किया था, उसमें साफ लिखा था कि बाइक में लेडीज हैंडलबार लगा है। क्या इंटरसेप्टर में ओरिजिनल लेडीज हैंडलबार है? क्या किसी और को ऐसी दिक्कत का सामना करना पड़ा?”
पीड़ित ने आगे साफ किया, “मुझे गाड़ी में दूसरी ओर हैंडलबार लगवाना पड़ा और दोबारा से आरटीओ के सामने उसे पेश करना पड़ा।”
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बता दें कि आरटीओ से रजिस्ट्रेशन का क्लियरेंस पाने के लिए गाड़ी में दोनों तरफ हैंडलबार लगवाना जरूरी है। यही वजह है कि शंकर को उस दौरान दिक्कत का सामना करना पड़ा।

इंटरसेप्टर 650 को इंडियन मोटरसाइकिल ऑफ द ईयर 2019 के खिताब से नवाजा जा चुका है। जनवरी, 2019 में इसकी ब्रिक्री का आंकड़ा भी 1000 यूनिट्स के पार चला गया था। ऑटो एक्सपर्ट्स की मानें तो भारतीय बाजार में इसके आने के बाद हार्ले डेविडसन और ट्रायम्फ सरीखे बड़े और नामी ब्रांड्स को कड़ी टक्कर मिली है। इंटरसेप्टर ऑरेंज क्रश, बेकर एक्सप्रेस व्हाइट एंड रेड, ग्लिटर एंड डस्ट क्रोम, मार्क थ्री ब्लैक, सिल्वर स्पेक्टर और रैविशिंग रेड वेरियंट्स में आती है।