Auto Sectors Slow Down: भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर लगातार दसवें महीने मंदी के दौर से गुजर रहा है। जहां इस मंदी के लिए दिग्गज वाहन निर्माताओं ने सरकार की नीतियों और गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) को जिम्मेदार माना है, वहीं देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी Bajaj Auto के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज का कहना है कि इसके लिए ऑटो इंडस्ट्री खुद जिम्मेदार है। इस मंदी का कारण GST नहीं बल्कि ओवर प्रोडक्शन है।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजीव बजाज ने कहा है कि GST में कटौती करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होनें कहा कि “हर इंडस्ट्री में उतार चढ़ाव आते हैं, इसे सही होने में कभी 1 साल लगते हैं कभी 2 या फिर उससे ज्यादा। ये बात कोई नहीं जानता है कि आखिर ये कब तक रहेगा। लेकिन इसके लिए GST में कटौती करने की कोई जरूरत नहीं है।”
राजीव बजाज ने कहा कि, “इस समय ऑटो सेक्टर ओवर प्रोडक्शन और भारी स्टॉक के चलते मंदी के दौर से गुजर रहा है। वहीं अर्थ व्यवस्था में आई ये मंदी इसमें छोटी भूमिका निभा रही है।” उन्होनें कहा कि, GST दरों में कटौती केवल BS-6 वाहनों पर लागू किए जाने चाहिए, क्योंकि डीलरों ने मौजूदा स्टॉक के लिए पहले से ही पूरा GST चूका दिया है।”
राजीव बजाज ने कहा कि, “वाहन निर्माताओं ने भविष्य में की गई भविष्य वाणियों के आधार पर पहले से ही ओवर प्रोडक्शन किया है। जिसके चलते ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। कोई भी उद्योग ऐसा नहीं है जो सुधार के बिना हमेशा बढ़ता रहे, इसलिए मिराज का पीछा करने की कोई जरूरत नहीं है।”
उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री BS-6 उत्सर्जन मानदंडों के कार्यान्वयन से पहले स्टॉक के स्तर को सुधारने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है और नवंबर तक समस्या से निजात पा लिया जाएगा। बता दें कि, इंडस्ट्री बॉडी सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के मुताबिक, अगस्त में घरेलू यात्री वाहन की बिक्री 31.57 प्रतिशत तक घट गई।