देश के कार सेक्टर में जिन कम कीमत और ज्यादा माइलेज वाली हैचबैक कारों की बिक्री होती है उसमें प्रमुख तौर पर मारुति की ऑल्टो और स्विफ्ट जैसी कारों का नाम आता है। लेकिन बीते जुलाई में मारूति ऑल्टो और स्विफ्ट को बिक्री के मामले में पीछे छोड़ते हुए मारुति वैगनआर देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक कार बन चुकी है।
मारुति सुजुकी द्वारा जुलाई में कारों की बिक्री के जारी आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने वैगनआर की कुल 22,836 यूनिट की बिक्री की है। ये बिक्री पिछले साल यानी जुलाई 2020 में बेची गई कुल वैगनआर से 13,515 यूनिट ज्यादा है।
दूसरे नंबर पर मारुति सुजुकी की स्विफ्ट रही है जो एक स्पोर्टी लुक वाली कार है। कंपनी ने जुलाई 2021 में इस कार की कुल 18,434 यूनिट को सेल किया है। पिछले साल यानी जुलाई 2020 में इस कार की 10,173 यूनिट को सेल किया था। जो इस बार 4,919 यूनिट ज्यादा है।
देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली तीसरी कार बनी है मारुति सुजुकी बलेनो जिसकी कंपनी ने जुलाई 2021 में कंपनी ने इस कार की 18,434 यूनिट को सेल किया है। लेकिन पिछले साल यानी जुलाई 2020 में कंपनी ने इस कार की कुल 10,173 यूनिट बेची थी। जो इस बार 8,261 यूनिट ज्यादा है।
रिपोर्ट जानने के बाद अगर आप मारुति वैगनआर खरीदना चाहते हैं तो उससे पहले यहां जान लीजिए इस कार की कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की पूरी डिटेल।
मारुति वैगनआर कंपनी की बेस्ट सेलिंग हैचबैक है जिसको कंपनी ने पेट्रोल के साथ सीएनजी वेरिएंट में भी लॉन्च किया है। ये हैचबैक सेगमेंट की इकलौती कार है जिसमें सबसे ज्यादा बूट स्पेस मिलता है।
वैगनआर में कंपनी ने दो इंजन दिये हैं जिसमें पहला इंजन 998 सीसी और दूसरा इंजन 1197 सीसी का है। इसका 998 सीसी के इंजन की बात करें को ये एक 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन है। यह इंजन 68 पीएस की पावर और 90 एनएम का टॉर्क जनरेट कर सकता है।
तो इसका 1197 सीसी का इंजन 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन है जो 83 पीएस की पावर और 113 एनएम का टॉर्क जनरेट कर सकता है। इस कार में 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प दिया गया है। (ये भी पढ़ें– 6 लाख के बजट में आने वाली टॉप 3 प्रीमियम हैचबैक, जो देती हैं 28 kmpl का माइलेज)
कार की माइलेज को लेकर कंपनी का दावा है कि ये कार पेट्रोल इंजन पर 21.79 किलोमीटर प्रति लीटर की माइलेज देती है। लेकिन यही कार सीएनजी मोड पर 32.59 किलोमीटर प्रति किलो की माइलेज देती है।
आपको बताते चलें की मारुति सुजुकी इन दिनों चिप की कमी से जूझ रही है जिसके चलते कारों के उत्पादन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ये चिप की कमी इतनी ज्यादा है कि कंपनी ने गुजरात में अपने लोकप्रिय मॉडल, बलेनो, स्विफ्ट और डिजायर जैसी कारों के उत्पादन को 11 अगस्त तक कम करना पड़ रहा है।
जिसके चलते कंपनी को सिर्फ अगस्त महीने में 11 हजार से 12 हजार यूनिट कारों यानी लगभग 500 से 700 करोड़ का नुकसान होने की संभावना है। मारुति सुजुकी पर प्रोडक्शन में पड़ रहे इस गंभीर प्रभाव का असर सीधे तौर पर ग्राहकों पर भी हो सकता है क्योंकि इन तीनों कारों सहित दूसरी कारों पर कंपनी वेटिंग पीरियड को बढ़ा सकती है।