Maruti Swift भारत की एक लोकप्रिय हैचबैक कार है, भारतीय बाजार में साल 2005 से ही मारुति की गाड़ियां लोगों की पहली पसंद रही हैं। पहले Maruti 800 फिर Alto और इसके बाद स्विफ्ट लोगों की पसंद बनी। जहां पहले एंट्री लेवल की गाड़ियों में लुक्स और फीचर्स को तव्वजो नहीं दी जाती थी वही स्विफ्ट के बाद से यह धारणा भी बदल गई। स्विफ्ट की लांचिंग के महज 1 साल के भीतर ही 53,171 यूनिट बेचीं गई थी। जिसके बाद 2007 को स्विफ्ट को डीजल इंजन मिला और इसकी बिक्री में इजाफा हुआ। फिलहाल हम आपको बाजार की इस लोकप्रिय हैचबैक को खरीदने के वो 3 कारण बताने जा रहे हैं, जिनके चलते आप बाकी गाड़ियों को अनदेखा कर सकते हैंं।
अपने सेगमेंट में सबसे ज्यादा देती है माइलेज: Swift में केवल एक पेट्रोल इंजन 1.2-लीटर VVT फोर-सिलेंडर का विकल्प मिलता है, जो 82 बीएचपी की पावर और 113 एनएम का टार्क पैदा करता है। स्विफ्ट का पेट्रोल वर्जन 22kmpl तक का माइलेज देने में सक्षम है। यह माइलेज सेगमेंट की अन्य गाड़ी जैसे Hyundai i10 Nios और Volkswagen Polo से काफी कम है। जानकारी के लिए बता दें, पोलो केवल 17.75किमी/लीटर का माइलेज देती है। वहीं आई10 नियोस 20.7km प्रति लीटर तक माइलेज देने में सक्षम है।
85 प्रतिशत तक मिलती है रिसेल वेल्यू :कार को खरीदते समय ग्राहक अब रिसेल वेल्यू पर भी गौर करते हैं। बता दें, स्विफ्ट की रिसेल वेल्यू अन्य गाड़ियों की तुलना में काफी अच्छी होती है। इस कार को 3 साल के बाद भी अपनी कीमत का का लगभग 85% और 5 वर्षों के बाद कीमत का 65% बड़े आराम से मिल जाता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है, कि आज भी भारत में एक बड़ा वर्ग सेकेंड हैंड गाड़ियां लेने में विश्वास रखता है।
कम कीमत में मिलते है अपमार्केट फीचर्स: माइलेज और रिसेल वेल्यू के बाद बात आती है फीचर्स की। तो बता दें, स्विफ्ट में वॉयस कमांड के साथ टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ईबीडी के साथ एबीएस, एयरबैग, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल, एलईडी प्रोजेक्टर लैंप के लिए ऑटो हेडलैंप्स, एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप जैसे सभी फीचर्स मिलते हैं। मारुति Swift की वर्तमान में कीमत 5.19 लाख रुपये से शुरू होती है, वहीं इसके टॉप वैरिएंट की कीमत 8.02 लाख रुपये तय की गई है। यह कार भारतीय बाजार में 7 वैरिएंट और 1 इंजन विकल्प के साथ मौजूद है।