कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया है, हालांकि सरकार ने इधर बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ क्षेत्रों में ढील दी है। जिसके बाद वाहन निर्माता कंपनियों ने अपने डीलरशिप पर काम काज फिर से शुरू किया है और वाहनों की बिक्री ने रफ्तार पकड़ी है। लेकिन देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी Maruti Suzuki की रिपोर्ट के अनुसार बीते जून महीने में शहरी क्षेत्रों के बजाय ग्रामीण अंचल में कारों की मांग ज्यादा बढ़ी है।
Maruti Suzuki के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मार्केटिंग एंड सेल्स शशांक श्रीवास्तव ने मीडिया को दिए अपने एक बयान में कहा कि, ‘शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाके में मांग बढ़ी है, बीते जून महीने में ग्रामीण क्षेत्र में बिक्री का स्तर 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है, इसमें 1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।’ हालांकि पिछले के साल के जून महीने के मुकाबले दोनों क्षेत्रों में वाहनों की बिक्री में कमी आई है, लेकिन रूरल (ग्रामीण) इंडिया ने अर्बन (शहरी) इलाके के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है।
क्या कहते हैं आंकड़े: मारुति सुजुकी इंडिया ने बीते जून महीने में घरेलू बिक्री में पूरे 53.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। इस महीने कंपनी ने देश भर में कुल 53,139 यूनिट्स वाहनों की बिक्री की है। वहीं पिछले साल के जून महीने में कंपनी ने 1,14,861 यूनिट्स वाहनों की बिक्री दर्ज की थी। हालांकि इस साल के मई महीने के मुकाबले जून में बिक्री ने रफ्तार पकड़ी है, बीते जून महीने में कंपनी ने महज 13,888 कारों की बिक्री की थी।
क्या है वजह: वाहनों की बिक्री के मामले में शशांक श्रीवास्तव का मानना है कि, कोरोना वायरस (COVID-19) का प्रभाव शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में थोड़ा कम देखने को मिला है। यहां तक कि शहरी क्षेत्रों में कैंटोनमेंट जोन की संख्या भी ज्यादा है। इसके अलावां इस साल रवी की फसल भी बेहतर हुई है और जून के शुरुआती महीने में बेहतर मानसून के चलते ऐसी उम्मीद की जा रही है कि खरीफ की फसल भी बेहतर रहेगी। इसलिए ग्रामीण इलाकों में लोग शहरी क्षेत्रों में ज्यादा बेहतर स्थिति में है। यही कारण है कि वाहनों की डिमांड में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।

