Maruti Suzuki Quarter 1 Result: कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपने चपेटे में ले रखा है साथ ही इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता दिख रहा है। ऑटो सेक्टर में कोरोना का कहर लगातार जारी है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki को जून तिमाही में 249.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, पिछले 17 साल में पहली बार किसी तिमाही में घाटे का सामना करना पड़ा है।
पिछले साल के समान अवधि में कंपनी को 1,435.50 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था, लेकिन इस साल की शुरूआत ही कंपनी के लिए खासी निराशाजनक रही। एक तरफ कंपनी ने एक तरफ अपने मॉडलों को नए BS6 मानकों के अनुसार अपडेट कर बाजार में पेश किया दूसरी ओर मार्च महीने में ही कोरोना संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया। इसी बीच कंपनी ने अपनी लोकप्रिय एसयूवी Maruti Brezza के पेट्रोल वर्जन को भी लांच किया था, जिसकी बिक्री भी कोरोना की भेंट चढ़ गई।
रेवेन्यू में आई भारी गिरावट: Maruti Suzuki द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के रेवेन्यू में 79 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 19,719.80 करोड़ रुपये से घट कर 4106.50 करोड़ रुपये तक नीचे गिर चुकी है। कोरोना वायरस के चलते कंपनी ने शुरूआत से ही सरकार द्वारा निर्देशित गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपने प्लांट में प्रोडक्शन को भी बंद कर दिया था। हालांकि इसके चलते कंपनी का खर्चा भी तकरीबन 69 फीसदी घट गया है, जो कि पहले इसी तिमाही में 18,645.3 करोड़ रुपये था अब वो घट कर 5,770 करोड़ रुपये रह गया है।
कारों की बिक्री में गिरावट: कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिली है। इस साल के जून तिमाही में कंपनी ने कुल 76,599 गाड़ियां बेची हैं। जो कि पिछले साल के जून तिमाही में 4,02,594 गाड़ियां बेची थीं। इस दौरान कंपनी ने घरेलू बाजार में महज 67,027 गाड़ियों की बिक्री की है, जबकि 9,572 गाड़ियों का निर्यात किया है। कंपनी की बिक्री 18,735 करोड़ रुपये से घट कर 3667.5 करोड़ रुपये पर आ गई है।
17 सालों में हुआ पहली बार: पिछले 17 सालों में ऐसा पहली हुआ है कि मारुति सुजुकी को किसी तिमाही में घाटे का मुंह देखना पड़ा है। कंपनी घरेलू बाजार के साथ ही एक्सपोर्ट मार्केट में भी लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही थी। इस साल के ऑटो एक्सपो में कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक कार का भी प्रदर्शन किया था, इसके अलावां कंपनी मौजूदा समय में Maruti WagonR के इलेक्ट्रिक संस्करण की लगातार टेस्टिंग भी कर रही है। लेकिन इस बीच कोरोना काल के चलते कंपनी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। कंपनी के सूचीबद्ध होने का बाद यह पहला मौका है जब उसे घाटा हुआ है।